मुरैना: मुरैना के किशनपुर गांव में बीते एक माह से डेंगू ओर चिकनगुनिया का प्रकोप फैला हुआ है. हालात यह है कि गांव के प्रत्येक घर में एक से दो व्यक्ति बीमार होकर चारपाई पर पड़े हुए हैं. गांव के स्वास्थ केंद्र की बात करें तो उस पर ताला पड़ा हुआ है. बताया जा रहा है कि, ग्रामीण आसपास प्रैक्टिस करने वाले डॉक्टरों या मुरैना जाकर उपचार करा रहे हैं. लेकिन गांव में अभी तक स्वास्थ विभाग की कोई टीम नहीं आई है. जिसकी वजह से उन्हें बीमारी से छुटकारा नहीं मिल पा रहा है.
बुखार की चपेट में हर घर से एक दो लोग
मुरैना जिले की दिमनी विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले किशनपुर गांव में 3 हजार से अधिक लोग रहते हैं. शुक्रवार की दोपहर ETV भारत की टीम ने गांव जाकर देखा. जहां देखने को मिला की गांव के प्रत्येक घर में डेंगू एवं चिकनगुनिया ने एक-दो व्यक्तियों को अपनी चपेट में ले लिया है. गांव के हर घर में एक से दो सदस्य चारपाई पर लेटे हुए दिखाई दे रहे हैं. बीमारी के प्रकोप का सामना कर रहे ग्रामीण आसपास प्रैक्टिस करने वाले झोलाझाप डॉक्टरों या मुरैना जाकर उपचार करा रहे हैं. लेकिन गांव में अभी तक स्वास्थ विभाग की कोई टीम नहीं आई है.
मुरैना के किशनपुर में बीमार पड़े 400 से अधिक लोग (ETV Bharat) स्वास्थ्य केंद्र में लटका हुआ है ताला
ग्रामीणों की मानें तो डेंगू एवं चिकनगुनिया के प्रकोप से गांव में 400 से अधिक लोग बीमार हैं. जिनमें पुरुषों के साथ महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं. किशनपुर गांव में रहने वाले महेंद्र डंडौतिया ने बताया कि, ''गांव में नवंबर महीने के शुरुआत से ही बुखार फैल रहा है. 6 नवंबर को जांच टीम पहुंची तो चार घरों में चेकअप कर दवा छिड़की और लौट गए.'' महेंद्र ने बताया कि, बस्ती में 400 से अधिक लोग बुखार से पीड़ित हैं. यानि हर घर में दो से तीन लोग बुखार से पीड़ित हैं. वहीं गांव का जो स्वास्थ्य केंद्र बना हुआ है, उस पर हमेशा ताला पड़ा रहता है. ये केवल टीकाकरण के समय खुलता है.''
स्वास्थ केंद्र में लटका हुआ है ताला (ETV Bharat) बीमार युवक को ड्रिप चढ़ा रहा था झोलाझाप डॉक्टर
किशनपुर गांव में रहने वाला 20 वर्षीय प्रमोद कुशवाह बीमार है और घर की खटिया पर लेटा हुआ था. गांव में रहने वाला 23 साल का युवक (झोलाझाप डॉक्टर) उसे ड्रिप लगा रहा था और कुछ बुखार की टेबलेट भी दी. बुखार पीड़ित प्रमोद ने बताया कि, ''हमारे ही घर में सात से अधिक लोग बुखार की चपेट में हैं. लेकिन इलाज के लिए उन्हें या तो जिला अस्पताल जाना पड़ रहा है या गांव में झोलाझाप डॉक्टर से इलाज कराना पड़ रहा है.''
'लापरवाही बरतने पर होगी कार्रवाई'
जब इस मामले में जिला कलेक्टर अंकित अस्थाना से बात की तो उन्होंने बताया कि, ''किशनपुर गांव में स्वास्थ्य विभाग की टीम सीएमएचओ से कहकर भिजवाई है. अगर टीम लेट पहुंची है तो यह गंभीर लापरवाही है, इस मामले में हम सख्त कार्रवाई करेंगे.''