इंदौर: हमेशा अपने आक्रामक बयानों के लिए पहचान रखने वाली पूर्व मंत्री एवं भाजपा विधायक उषा ठाकुर ने एक बार फिर अपनी पुरानी मांग दोहराई है. उषा ठाकुर ने कहा "अभिभावकों को अपनी बेटियों की सुरक्षा के लिए अब कदम उठाने होंगे. सभी अभिभावकों को चाहिए कि वे अपनी बेटियों को हर हालत में शस्त्र प्रशिक्षण दिलाएं. पैरेंट्स को चाहिए वे अपनी बेटियों को गहनों की जगह शस्त्र दें. ऐसा करने से बेटियों का आत्मविश्वास बढ़ेगा और उन्हें कोई छेड़ने की हिम्मत नहीं करेगा."
महू क्षेत्र में लाडली सेना का गठन, लाठी-तलवार का प्रशिक्षण
बीजेपी विधायक उषा ठाकुर ने कहा "वह अपने क्षेत्र में व्यापक स्तर लाडली सेना का गठन कर रही हैं. यहां बच्चियों को लाठी व तलवार का प्रशिक्षण दिया जा रहा है. विधानसभा क्षेत्र महू की 78 पंचायतों और 38 वार्डों में लगातार लड़कियों को तलवारबाजी और लाठी चलाने का प्रशिक्षण दिया जा रहा है. इससे लड़कियां आत्मनिर्भर हो रही हैं. बेटियों को आत्मरक्षा में सक्षम बनाने के लिए ऐसे कदम उठाए जाने चाहिए. अगर उनकी सलाह पर पैरेंट्स चले तो बच्चियों पर हो रहे अत्याचार कम हो जाएंगे."
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बेटियों को शस्त्र लाइसेंस जारी करने की मांग
उषा ठाकुर ने अभिभावकों से अपील की "वे अपनी बेटियों को भारतीय संस्कृति और सनातन धर्म के प्रति समर्पित करें ताकि वह अपनी पहचान और सम्मान को समझ सकें और किसी भी प्रकार के षड्यंत्र से बच सकें." साथ ही उषा ठाकुर ने मुख्यमंत्री से आग्रह किया है "बेटियों को शस्त्र के लाइसेंस जल्द से जल्द बनाकर दिए जाएं." सरकार से वह मांग करती हैं "बेटियों को शस्त्र प्रशिक्षण अनिवार्य किया जाए."