मुरैना।शहर से 6 किलोमीटर दूर मुरैना गांव में सिविल लाइन और सराय छोला थाना पुलिस ने खाद्य निरीक्षक के साथ पीडीएस का चावल अवैध रूप से बेच रहे तीन लोगों के यहां छापा मारकर कार्रवाई की है. खाद्य निरीक्षक संजीव शर्मा को सूचना मिली कि मुरैना गांव में दुकान और गोदाम में पीडीएस का चावल बेचने के लिए रखा गया है. उन्होंने CSP राकेश गुप्ता को सूचना दी. सिविल लाइन थाना के सब इंस्पेक्टर जितेंद्र शर्मा और सराय छोला थाना प्रभारी भूमिका दुबे को खाद्य निरीक्षक के साथ कार्रवाई करने के आदेश दिए गए.
पुलिस ने दो स्थानों पर छापा मारकर की जब्ती
पुलिस टीम ने मुरैना गांव पहुंचकर अनूप सिंह यादव की दुकान से 11 बोरे पीडीएस का चावल, मोनू यादव और मनीष यादव के गोदाम से 35 बोरे पीडीएस का चावल बरामद किए. खाद्य निरीक्षक एवं पुलिस अधिकारियों ने मौके पर पंचनामा तैयार चावल को बरामद किया. अग्रिम कार्रवाई थाना सिविल लाइन में खाद्य निरीक्षक के प्रतिवेदन के आधार पर की जाएगी. बता दें कि राशन की दुकान पर गरीबों को बंटने वाले चावल से भरा हुआ ट्रक सरायछौला थाने के सामने बीते रोज पुलिस ने पकड़ा. उस समय दो आरक्षक जिसमें एक राजपूत और एक खान और थाने के जिम्मेदार अधिकारी भी मौजूद थे. बताया जाता है कि आरोपी मनीष यादव के सरायछौला एक जिम्मेदार पुलिस अधिकारी के पूर्व से संपर्क थे. इसलिए ट्रक को छोड़ दिया गया.
पुलिस ने पहले मामले को दबाया, एसपी की फटकार पर कार्रवाई
जब ट्रक निकल गया तो किसी ने सीएसपी मुरैना को सूचना दी. सीएसपी ने थाना प्रभारी सरायछौला को पूछा तो उसके हाथ-पैर फूल गए और उन्होंने आनन फानन में आरोपी को किसी तरह अपने कब्जे में लिया. उससे हुई चर्चा के बाद थाना प्रभारी और सीएसपी कार्यालय में लंबे समय तक मीटिंग चलती रही. उसके बाद सीएसपी द्वारा पूरे मामले में लीपापोती करने का प्रयास किया और सरायछौला थाना प्रभारी को बचाने का प्रयास किया. यह खबर पुलिस अधीक्षक तक पहुंच गई. उन्होंने सीएसपी को फटकारर लगाई. उसके बाद सीएसपी ने पूरे मामले में थाना प्रभारी सरायछौला को कहा कि हर हाल में चावल चाहिए. तब तक आरोपियों ने ट्रक को गायब कर दिया. पुलिस अधीक्षक की सख्ती के चलते ट्रक तो नहीं मिला लेकिन मुरैना गांव में आरोपी के गोदाम से एक जगह 11 और दूसरी जगह 35 बोरा चावल के रखे मिले, उनको जब्त किया गया.