हजारीबाग: लोकसभा चुनाव को लेकर सरगर्मी बढ़ती जा रही है. आरोप प्रत्यारोप का दौर भी जारी है. 3 दिनों से बीजेपी के खेमे में भगदड़ मची हुई है. आलम यह है कि दो दर्जन से अधिक भाजपा कार्यकर्ता त्यागपत्र दे चुके हैं. त्यागपत्र देने के पीछे का कारण अलग-अलग बताया जा रहा है. तो वहीं दूसरी ओर भाजपा जिला कमेटी ने इस भागमभाग पर अपना बयान जारी किया है. उन्होंने इसका ठीकरा यशवंत सिन्हा पर ठीकरा फोड़ा है.
क्या इन दिनों हजारीबाग भाजपा कमेटी में सब कुछ ठीक चल रहा है? यह एक ऐसा सवाल है जो इन दिनों राज्य भर में सुर्खियों में है. पिछले 3 दिनों में दो दर्जन से अधिक कार्यकर्ताओं ने पार्टी से त्यागपत्र दिया है. त्यागपत्र देने का कारण अलग-अलग बताया जा रहा है. कार्यकर्ताओं का कहना है कि भारतीय जनता पार्टी का प्रदेश नेतृत्व और स्थानीय जिला भाजपा संगठन के तानाशाही रवैया से अपमानित होकर वे हजारीबाग लोकसभा के कार्यकर्ता पार्टी के प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे रहे हैं. उन्होंने अपना इस्तीफा प्रदेश नेतृत्व और भाजपा जिला अध्यक्ष हजारीबाग को सौंपा दिया है.
भारतीय जनता पार्टी से इस्तीफा देने वालों में मुख्य रूप से सांसद प्रतिनिधि सुरेन्द्र सिन्हा, सांसद प्रतिनिधि रामगढ़ प्रकाश मिश्रा, चन्द्र भौमिक, सुमन कुमार सिंह, सांसद मीडिया प्रभारी अनिल सिन्हा, प्रदेश महिला मोर्चा के कार्यसमिति सदस्य प्रियम्दा, जिला उपाध्यक्ष राजेश सहाय, विष्णुगढ़ प्रखंड के विपिन कुमार सिन्हा, मांडू विधानसभा सांसद प्रतिनिधि सह पूर्व भाजपा जिला महामंत्री पूर्व जिला उपाध्यक्ष एवं पूर्व बीस सूत्री के जिला सदस्य कारू पासवान, विजय सिंह, हरेंद्र महतो, रोहित प्रसाद बर्मन, भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के प्रदेश का समिति सदस्य कोडरमा जिला संगठन प्रभारी तलत साबिर उर्फ बाबू खान, केरेडारी से लक्ष्मण लाल, कटकमसांडी प्रखंड से राजेंद्र प्रसाद राजा, पदमा प्रखंड से रविंद्र राणा सहित दर्जनों की संख्या में कार्यकर्ताओं ने अपना इस्तीफा प्रदेश नेतृत्व वह भाजपा जिला अध्यक्ष हजारीबाग को दिया है.