देहरादूनः अक्टूबर-नवंबर माह के त्योहारी सीजन में वाहन बिकने से परिवहन विभाग मालामाल हुआ है. परिवहन विभाग ने अक्टूबर महीने के अपने लक्ष्य से करीब 19 करोड़ अधिक राजस्व प्राप्त किया है. जबकि नवंबर माह में परिवहन विभाग उम्मीद जता रहा है कि अपने लक्ष्य को पार कर देगा. देहरादून में अक्टूबर महीने में 9300 से अधिक गाड़ियां बिकने पर परिवहन विभाग के पास 67 करोड़ का राजस्व आया. जबकि नवंबर माह की 1 तारीख से 20 नवंबर तक साढ़े 6 हजार गाड़ियां परिवहन विभाग में रजिस्टर्ड हो चुकी हैं. अक्टूबर और नवंबर में परिवहन विभाग में हुई रजिस्टर्ड गाड़ियों से परिवहन विभाग के साल भर के लक्ष्य को पूरा करने की उम्मीद जताई जा रही है.
त्योहारी सीजन से पहले सितंबर महीने में सुस्त पड़े ऑटोमोबाइल बाजार ने रफ्तार अक्टूबर महीने में शुरू हुए नवरात्रि के बाद से पकड़ ली थी. सामान्य महीनों में देहरादून में तीन से पांच हजार गाड़ियां बिकती हैं. लेकिन त्योहारी सीजन गाड़ियां खूब बिकीं. इससे सिर्फ वाहन विक्रेताओं की ही चांदी नहीं हुई बल्कि परिवहन विभाग भी मालामाल हो गया.
परिवहन विभाग के अनुसार, प्रत्येक महीने देहरादून में अधिकतम 3 से 5 हजार वाहनों की बिक्री होती है. लेकिन इस बार यह बिक्री दोगुने के पार पहुंच गई है. कंपनियों के लोकलुभावन ऑफर के चलते लोग बड़ी संख्या में वाहन खरीदे गए थे. ऑटोमोबाइल कारोबारी का कहना है कि नवरात्र में कारों की डिलीवरी भी पिछले साल की तुलना में अधिक हुई है. सितंबर से ही कारों की बुकिंग लोगों ने शुरू कर दी थी. जिससे नवरात्रि, धनतेरस और दीपावली के दौरान अच्छी बिक्री हुई है. साथ ही पिछले साल के मुकाबले इस बार टू व्हीलर और फोर व्हीलर वाहनों की बिक्री में 30 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है.