रांची: झारखंडवासियों को मानसूनी वर्षा के लिए अभी कम से कम एक सप्ताह का इंतजार करना पड़ सकता है. मौसम केंद्र, रांची के निदेशक सह वरिष्ठ मौसम पूर्वानुमान वैज्ञानिक अभिषेक आनंद के अनुसार फेवरेबल कंडीशन नहीं मिलने की वजह से पिछले कई दिनों से मानूसन सिलीगुड़ी-सिक्किम के पास आकर ठहर सा गया है. वहां से वह आगे नहीं बढ़ रहा है.
उन्होंने बताया कि ऐसी उम्मीद की जा रही है कि मानसूनी सिस्टम को बंगाल की खाड़ी की ओर से कुछ पुश अगले चार पांच दिनों में मिलेगा और फिर पूरा सिस्टम आगे बढ़ते हुए बिहार के साथ-साथ झारखंड के उत्तर पूर्वी जिले साहिबगंज, पाकुड की ओर से राज्य में प्रवेश कर जाएगा. मानसून के झारखंड में प्रवेश होने तक राज्यवासियों को तपिश भरी गर्मी से राहत मिलने की कोई संभावना नहीं दिख रही है. मौसम केंद्र रांची ने 14 जून तक राज्य के पलामू, गढ़वा, चतरा सहित कई जिलों में सीवियर हीट वेव चलने का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है.
मानसून को लेकर ETV BHARAT को फोन पर विस्तृत जानकारी देते हुए मौसम केंद्र, निदेशक ने कहा कि अगर कंडीशन अनुकूल हुआ तो 15 जून के बाद राज्य में मानसून प्रवेश कर जाएगा और 17-18 जून तक मानसून के रांची पहुंच जाने की भी उम्मीद है.
रांची मौसम केंद्र के निदेशक अभिषेक आनंद ने बताया कि पिछले 50 वर्षों के मानसून आगमन के डेट का औसत निकालने पर राज्य में मानसून के प्रवेश की तिथि 12 जून है. पहले जिस तरह से समय से पूर्व दक्षिणी पूर्वी मानसून केरल पहुंच गया था और तेजी आई आगे बढ़ रहा था उससे यह उम्मीद लगाई जा रही थी कि निर्धारित समय से कुछ पहले ही मानसून झारखंड में दस्तक दे देगा, लेकिन अब संभावना यह है कि दो-चार दिन देर से ही मानसून का प्रवेश राज्य में हो.