रांची: झारखंड के चुनावी रण में नेताओं के जुबान फिसलने लगे हैं. जुबान फिसलने के साथ-साथ नेताओं के द्वारा आचार संहिता उल्लंघन भी सरेआम होने लगे हैं. यही वजह है कि विभिन्न दलों के नेताओं पर अब तक 20 केस हो चुके हैं.
चुनाव आयोग के आंकड़ों के मुताबिक अब तक दाखिल आचार संहिता उल्लंघन के केस गढ़वा में हुए हैं. इसी तरह राज्य के विभिन्न जिलों में कांड दर्ज किए गए हैं. जिलावार आंकड़ों पर नजर दौड़ाएं तो सरायकेला में 01, रांची में 02, सिमडेगा में 02, धनबाद में 01, रामगढ़ में 01, पूर्वी सिंहभूम में 01, देवघर में 01, गढ़वा में 10 और जामताड़ा में 01 केस दर्ज किए गए हैं. दलगत आधार पर देखें तो सबसे ज्यादा केस सत्तारूढ़ दल जेएमएम के नेताओं पर हुआ है जिसकी संख्या सात है. आचार संहिता उल्लंघन के मामले में दूसरे नंबर पर बीजेपी है जिसके नेताओं पर अब तक चार केस हो चुके हैं. कांग्रेस की करें तो इस पार्टी के नेताओं पर अब तक तीन केस दाखिल हुए हैं.
आचार संहिता के उल्लंघन पर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी का बयान (ETV Bharat) जिन प्रमुख नेताओं पर हो चुके हैं केस
- भानू प्रताप शाही - बीजेपी
- संतोष कुमार दूबे - बीजेपी
- जिला अध्यक्ष, रांची - कांग्रेस
- समीर मोहंती - जेएमएम
- राज किशोर यादव - जेएमएम
आचार संहिता का सख्ती से हो रहा पालन- सीईओ
मंत्री इरफान अंसारी के कथित विवादास्पद बयान आने के बाद चुनाव आयोग के द्वारा आचार संहिता उल्लंघन पर कड़ी नजर रखी जा रही है. मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय ने सभी राजनीतिक दलों और प्रत्याशियों को चुनाव आचार संहिता का पालन करने को कहा है. मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के रवि कुमार के अनुसार यदि आचार संहिता उल्लंघन करते हुए कोई भी प्रत्याशी या राजनीतिक दल के नेता पाए जाते हैं तो उनके विरुद्ध अवश्य कार्रवाई होगी.
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने कहा कि इसके लिए लगातार सचेत भी किया जा रहा है और इसकी जद में जो भी नेता या राजनीतिक दल के लोग आ रहे हैं उनके विरुद्ध कांड दर्ज किया जा रहा है. इस संबंध में आयोग के गाइडलाइन को भी सार्वजनिक किया जा चुका है और राजनीतिक दलों को उपलब्ध कराया गया है. इसके बावजूद यदि कोई विवादित बयान या चुनाव आचार संहिता के विरुद्ध कोई हरकत करते हैं तो उनकी विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी.
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