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शिक्षक क्लास में नहीं ले जा सकते मोबाइल, पूजा व नमाज के नाम पर नहीं जा सकते स्कूल छोड़कर- मदन दिलावर - MOBILE BAN IN SCHOOL

मंत्री मदन दिलावर ने शिक्षकों के लिए मोबाइल प्रतिबंध और स्कूल समय में पूजा-नमाज पर रोक की बात दोहराई.

स्कूल समय में पूजा-नमाज पर रोक
स्कूल समय में पूजा-नमाज पर रोक (ETV Bharat Bhilwara)

By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Jan 14, 2025, 8:21 PM IST

भीलवाड़ा : शहर में चल रहे हरित संगम मेले के समापन समारोह में प्रदेश के शिक्षा और पंचायत राज मंत्री मदन दिलावर ने महत्वपूर्ण बयान दिया. उन्होंने कहा कि कोई भी शिक्षक स्कूल में मोबाइल लेकर नहीं जाएगा. साथ ही स्कूल समय में कोई भी शिक्षक पूजा या नमाज के नाम पर स्कूल छोड़कर नहीं जा सकता है.

भीलवाड़ा नगर निगम और अपना संस्थान की ओर से पर्यावरण जागरूकता के तहत पांच दिवसीय हरित मेले का आयोजन चित्रकूट धाम में किया जा रहा है. इस मेले के समापन समारोह में मंत्री मदन दिलावर ने पर्यावरण जागरूकता का संदेश दिया और कहा कि हमारी सरकार प्रदेश में पर्यावरण को बढ़ावा देने के लिए निरंतर प्रयास कर रही है. उन्होंने आमजन से अपील की कि वे पर्यावरण को लेकर सजग रहें, ताकि भविष्य की पीढ़ी सुरक्षित रह सके.

शिक्षा और पंचायत राज मंत्री मदन दिलावर (ETV Bharat Bhilwara)

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स्कूल में मोबाइल बंद : मंत्री ने शिक्षा विभाग से संबंधित कुछ अहम बिंदुओं पर भी बात की. उन्होंने कहा कि शिक्षा क्षेत्र में पूर्व में जारी किए गए आदेशों में प्रगति लाने की कोशिश की जा रही है. उन्होंने बताया कि अब सभी स्कूलों में मोबाइल बंद करवा दिए गए हैं. किसी भी शिक्षक को पढ़ाई के दौरान मोबाइल ले जाने की अनुमति नहीं होगी, क्योंकि मोबाइल की घंटी बजने से शिक्षक और विद्यार्थियों दोनों की एकाग्रता में खलल पड़ता है, जिससे पढ़ाई का तारतम्य टूटता है.

पूजा या नमाज के लिए जाना मना : इसके अलावा उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि स्कूल समय में कोई शिक्षक पूजा पाठ या नमाज के नाम पर स्कूल छोड़ने की अनुमति नहीं लेगा. उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि कभी-कभी शिक्षक यह बहाना बनाते हैं कि वे भेरुजी या बालाजी की पूजा करने जा रहे हैं या नमाज पढ़ने जा रहे हैं, लेकिन यह स्कूल समय में नहीं किया जा सकता.

मंत्री ने बोर्ड परीक्षाओं के संदर्भ में भी अपनी बात रखी. उन्होंने कहा कि अब 100 अंकों के पेपर में 20 अंक संत्राक के भेजे जाते हैं, जबकि कुछ जगहों पर शिक्षक विद्यार्थियों को इन 20 अंकों में से पूरे अंक दे देते हैं. उनका मानना है कि 80 अंकों में से कम से कम 50% अंक होने चाहिए. अंत में मंत्री ने कहा कि बोर्ड परीक्षाओं को देखते हुए स्थानांतरण की प्रक्रिया फिलहाल नहीं की जा रही है.

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