झारखंड

jharkhand

ETV Bharat / state

हेमंत मंत्रिमंडल विस्तार के बाद देवघर पहुंचे विधायक सुरेश पासवान, मंत्री नहीं बनाए जाने पर कही ये बात - HEMANT CABINET

राजद कोटे से संजय प्रसाद यादव को हेमंत कैबिनेट में स्थान मिला. देवघर विधायक सह पूर्व मंत्री सुरेश पासवान की झोली खाली रह गयी.

MLA Suresh Paswan welcomed by party workers on reaching Deoghar after Hemant cabinet expansion
देवघर में विधायक सुरेश पासवान (Etv Bharat)

By ETV Bharat Jharkhand Team

Published : Dec 6, 2024, 5:16 PM IST

देवघर: विधायक बनने के बाद सुरेश पासवान शुक्रवार को अपने विधानसभा क्षेत्र पहुंचे. जहां पर उन्होंने अपने प्रशंसकों से मिलकर सभी को अपनी जीत की शुभकामनाएं दी. विधायक बनने के बाद उन्होंने शहर के कई कार्यक्रमों में शिरकत की और लोगों के द्वारा किए गए स्वागत का अभिनंदन किया.

देवघर से विधायक बनने के बाद सुरेश पासवान के मंत्री बनने की पूरी उम्मीद थी. लेकिन मंत्रिमंडल में फेरबदल करते हुए राजद कोटे से सुरेश पासवान की जगह संजय प्रसाद यादव को मंत्री बनाया गया. मंत्रिमंडल का गठन होने के बाद रांची से देवघर पहुंचते ही सुरेश पासवान ने अपने विधानसभा क्षेत्र के लोगों से कहा कि उन्हें इस बार मंत्री नहीं बनाया गया है तो इसके लिए कोई भी प्रशंसक दुखी न हो.

मंत्री नहीं बनाए जाने पर विधायक सुरेश पासवान का बयान (ETV Bharat)

उन्होंने कहा कि मंत्री बनाना और ना बन पाना पार्टी के निर्णय पर है. पार्टी ने जो निर्णय लिया है वह सोच समझकर निर्णय लिया होगा. इसीलिए उनकी तरफ से कोई भी विरोध नहीं किए जा रहे हैं. उन्होंने अपने प्रशंसकों से अपील की है कि वह भी इस बात को लेकर अपने को दुखी ना करें. राजद कोटे से सुरेश पासवान के मंत्री बनने की चर्चा जोरों पर थी क्योंकि वह राजद कोटे से एक बार मंत्री भी रह चुके हैं. लेकिन अंतिम समय में उनकी जगह संजय प्रसाद यादव को मंत्री बनाया गया.

विधायक सुरेश पासवान ने देवघर की जनता का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि पूरे राज्य की सभी विधानसभा सीटों में सबसे ज्यादा वोट उन्हें मिले हैं. इसीलिए वह अपनी जनता का प्यार पाकर काफी खुश हैं. मंत्री बनना और ना बनना उनके लिए मायने नहीं रखता है. वह बिना मंत्री बने भी मंत्री की ही तरह अपने विधानसभा क्षेत्र का विकास करते रहेंगे.

सुरेश पासवान ने कहा कि जनता ने जो उन्हें पावर दिया है, उससे ही वह अपने क्षेत्र का विकास कर सकते हैं. राजनीतिक पार्टी के अपने सिद्धांत होते हैं. जब उनके पार्टी से सिर्फ चार एमएलए ही जीत कर सदन में पहुंचे हैं तो उसमें सिर्फ एक को ही मंत्री बनाया जा सकता है. इसीलिए वह मंत्री नहीं बन पाए. उन्हें मंत्री नहीं बनने का कोई दुख नहीं है. जनता से अपील करते हुए कहा कि शांति बनाए रखें और किसी तरह की टिप्पणी सोशल मीडिया या फिर समाज के बीच न करें, जिससे पार्टी और उनकी छवि खराब हो.

इसे भी पढ़ें- मंत्रियों को मिला विभाग! इरफान अंसारी बने स्वास्थ्य मंत्री तो रामदास सोरेन को शिक्षा की जिम्मेदारी

इसे भी पढ़ें- विकास पथ पर सीएम के सहयोगी के तौर पर नया आयाम स्थापित करने पर रहेगा बल- मंत्री योगेंद्र प्रसाद

इसे भी पढ़ें- कभी दीवार लेखन किया, पार्टी का झंडा लेकर गांव-गांव घूमे, अब बने मंत्री, ऐसा रहा है सुदिव्य कुमार का सफर

ABOUT THE AUTHOR

...view details