रांची: 17 अप्रैल की रात रामनवमी कार्यक्रम के दौरान बरकाकाना में हुई बदसलूकी को लेकर विधायक अंबा प्रसाद ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की. इस दौरान विधायक ने घटना की पूरी जानकारी दी. उन्होंने बताया कैसे संबोधन के दौरान उनके हाथ से माइक छीन लिया गया और भाजपा और आजसू के लोग उनसे मारपीट को उतारू हो गए.
विधायक अंबा ने बताया कि वह अपने ऊपर हुए हमले की जानकारी इसलिए दे रही हैं ताकि देश, प्रदेश और प्रदेश की जनता मीडिया के माध्यम से जान सके कि जय श्रीराम का नारा लगाने वाले ये आजसू और बीजेपी के लोग गुंडे हैं, जिन्होंने मर्यादा पुरूषोत्तम के आदर्शों को ताक पर रख दिया है.
अंबा प्रसाद ने बताया कि रामनवमी के मौके पर वह अपने क्षेत्र में अलग-अलग कार्यक्रमों में जाकर लोगों से मिल रही थी और उन्हें रामनवमी की शुभकामनाएं दे रही थी. इसी क्रम में वह एक कार्यक्रम में शामिल होने बरकाकाना भी पहुंचीं. उन्हें वहां रामनवमी आयोजन समिति ने आमंत्रित किया था, लेकिन जैसे ही वह बरकाकाना पहुंचीं, उन्हें एहसास हुआ कि वह जहां आई हैं, वह कोई धार्मिक कार्यक्रम कम और राजनीतिक कार्यक्रम ज्यादा है.
उन्होंने बताया कि मैं वहां पहुंच चुकी थीं, इसलिए मैंने आयोजन समिति के सदस्यों से कहा कि मुझे और भी कई जगहों पर जाना है, इसलिए मैं लोगों को रामनवमी की शुभकामनाएं दे देती हूं. लेकिन जानबूझ कर मुझे वहां घंटों बैठाया गया. जब मुझे माइक दिया गया तो मुझसे माइक छीन लिया गया. जिस व्यक्ति ने मुझे लोगों को शुभकामनाएं देने के लिए माइक दिया था, उसे भी आजसू और भाजपा के गुंडों ने पीटा. इतना ही नहीं उन्होंने मेरे साथ भी बदसलूकी की और मेरे बॉडीगार्ड्स के साथ मारपीट भी की.
'बीजेपी को राम के नाम पर राजनीति करने का कोई हक नहीं'