उदयपुर. देश-दुनिया में अपनी खूबसूरती के लिए विख्यात झीलों की नगरी उदयपुर में कल से तीन दिवसीय मेवाड़ फेस्टिवल का आगाज होगा. इस फेस्टिवल को लेकर सभी तैयारियां पूरी की जा चुकी हैं. अब कल रंगारंग प्रस्तुतियों के साथ इस फेस्टिवल का शुभारंभ होगा. गणगौर के लिए अपनी अनूठी पहचान बन चुका उदयपुर गुरुवार से फेस्टिवल शुरू होगा. 11 से लेकर 13 अप्रैल तक उदयपुर के ऐतिहासिक गणगौर घाट और गोगुंदा में देसी-विदेशी सैलानियों का जमघट देखने को मिलेगा.
तीन दिवसीय फेस्टिवल कल से होगा आगाज: इस बार तीन दिवसीय फेस्टिवल में संगीत, नृत्य, संस्कृति और मेवाड़ की पारंपरिक कला के अलग-अलग रंग भी देखने को मिलेंगे. केंद्रीय पर्यटन मंत्रालय की ओर से उत्सव इंडिया, द लैंड्स ऑफ फेस्टिवल सीरीज में भी मेवाड़ फेस्टिवल की भी मार्केटिंग की जा रही है. ताकि ज्यादा से ज्यादा पर्यटक जुट सकें. इस दौरान गणगौर घाट पर सांस्कृतिक संध्या, आतिशबाजी, प्रतियोगिता, मेला आदि प्रमुख आकर्षण का केंद्र होंगे.
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आतिशबाजी से होगा समापन: फेस्टिवल के पहले दिन 11 अप्रैल शाम 4 से 6 बजे तक शहर में विभिन्न समाजों की गणगौर सवारियां गणगौर घाट पहुंचेंगी. शाम 6 से 7 बजे तक पिछोला में बंशी घाट से गणगौर घाट तक रॉयल गणगौर की सवारी मनमोहक दृश्य प्रस्तुत की जाएगी. 7 बजे बाद सांस्कृतिक संध्या व आतिशबाजी का आयोजन होगा. दूसरे दिन 12 अप्रैल शाम 7 बजे गणगौर घाट पर सांस्कृतिक प्रस्तुतियां व विदेशी युगल के लिए राजस्थानी पोशाक प्रतियोगिता होगी. तीसरे दिन 13 अप्रैल को ग्रामीण हाट मंच बाजार का सांस्कृतिक संध्या व आतिशबाजी के साथ समापन होगा. प्रतिभागियों को पुरस्कार भी दिए जाएंगे.
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गणगौर महोत्सव की रहेगी धूम: पर्यटन उपनिदेशक शिखा सक्सेना ने बताया कि उदयपुर की गणगौर अपने आप में काफी प्रसिद्ध है. यहां की शाही गणगौर को देखने के लिए देश से ही नहीं, बल्कि दुनिया भर से लोग आते हैं. इस बार भी फेस्टिवल में गणगौर महोत्सव की धूम रहेगी. अलग-अलग कलाकारों की प्रस्तुतियों के साथ आए हुए मेहमानों का भी स्वागत किया जाएगा. विदेशी मेहमानों की प्रतियोगिता में जीतने वालों को परितोषित भी दिया जाएगा.