सुरेंद्र पॉल (ईटीवी भारत) शिमला: प्रदेश में राजनीतिक गर्मी के साथ सूर्यदेव भी आसमान से आग बरसा रहे हैं. भीषण गर्मी के बीच लोगों का दोपहर के समय घरों से बाहर निकलना मंहगा पड़ रहा है. इस सीजन में गर्मी ने कई सालों के रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं. इस बढ़ती गर्मी से जहां अब फसलों को नुकसान हो रहा है वहीं, शिमला जैसे शहरों और ग्रामीण इलाकों में पेयजल की समस्या से लोगों को जूझना पड़ रहा है. हालांकि बीते कल शिमला सहित कुछ क्षेत्रों में वर्षा से तापमान में हल्की गिरावट आई हैं.
पहाड़ों की रानी शिमला में भी पारा 30 डिग्री को पार कर रहा है. बिलासपुर, हमीरपुर, ऊना, कांगड़ा, मंडी में तापमान 40 डिग्री से ज्यादा है. ऐसे में इन इलाको में दिन को बाहर निकलना मुश्किल हो गया है. मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के मुताबिक शनिवार से अगले तीन दिनों तक प्रदेश के ऊंचाई बाले क्षेत्रों में बारिश होने की संभावना. बारिश होने से लोगों को गर्मी से कुछ राहत मिल सकती है. हालांकि मैदानी क्षेत्रों को अभी इस गर्मी से निजात के लिए इंतजार करना पड़ेगा.
बारिश से तापमान में आएगी गिरावट
मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के निदेशक सुरेंद्र पॉल ने कहा कि शिमला में बारिश से तापमान में गिरावट आई है. तापमान लुढ़कर 28.8 डिग्री तक पहुंच गया है. प्रदेश के कुछ क्षेत्रों में बारिश से एक से 2 डिग्री की गिरावट दर्ज की गई है. प्रदेश के 6 जिलों में बारिश से मध्यवर्ती और ऊंचाई वाले क्षेत्रों में तापमान में गिरावट दर्ज हुई. वहीं, मैदानी क्षेत्रों ऊना, हमीरपुर, बिलासपुर, मंडी, सिरमौर और सोलन में अगले 48 घण्टों के लिए हीट वेव का अलर्ट जारी किया गया है.
नेरी-ऊना में पड़ रही भीषण गर्मी
बता दें कि हिमाचल में हमीरपुर के नेरी में कुछ दिनों से सबसे अधिक तापमान दर्ज किया जा रहा है. आज नेरी में तापमान 45.4 डिग्री दर्ज किया गया, जबकि पिछल कल ये 46 डिग्री को पार कर गया था. वहीं ऊना में आज तापमान 45 डिग्री दर्ज किया गया है. यहां कल तापमान सामान्य से दो डिग्री अधिक 46 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था.
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