छत्तीसगढ़ में स्वतंत्रता दिवस पर होगी भारी बारिश, मौसम विभाग ने जारी किया येलो अलर्ट - heavy rain alert in Chhattisgarh - HEAVY RAIN ALERT IN CHHATTISGARH
छत्तीसगढ़ में मौसम विभाग ने स्वतंत्रता दिवस के दिन भारी बारिश की संभावना जताई है. विभाग ने भारी बारिश को लेकर अलर्ट जारी कर दिया है. मौसम विभाग ने प्रदेश के 7 जिलों में अगले 24 से 48 घंटे के लिए येलो अलर्ट जारी किया है.
रायपुर: छत्तीसगढ़ में स्वतंत्रता दिवस के मौके पर भारी बारिश को लेकर मौसम विभाग ने अलर्ट जारी किया है. ऐसे में आजादी के उत्सव में भारी बारिश होने की संभावना है. जानकारी के मुताबिक लगभग एक सप्ताह से रायपुर सहित प्रदेश के कई जिलों में बारिश थमी हुई है. हल्की बदली बारिश के बाद मौसम खुलने की वजह से उमस और गर्मी महसूस की जा रही है. इस बीच मौसम विभाग ने फिर एक बार भारी बारिश को लेकर प्रदेश के 7 जिलों के लिए 24 से 48 घंटे का येलो अलर्ट जारी किया है.
कई जिलों में भारी बारिश का अलर्ट: मौसम विभाग के कैलेंडर के मुताबिक जून से लेकर सितंबर तक का महीना बारिश का महीना कहलाता है. राजधानी सहित पूरे प्रदेश में सावन की शुरुआत होते ही 22 जुलाई से प्रदेश के अधिकांश स्थानों पर लगातार बारिश होती रही लेकिन पिछले एक सप्ताह से बारिश पर ब्रेक लगा हुआ है. इस बीच फिर मौसम विभाग ने भारी बारिश को लेकर कई जिलों में अलर्ट जारी किया है.
24 घंटे का येलो अलर्ट जारी:छत्तीसगढ़ मौसम विभाग ने प्रदेश के कई जिलों में 24 घंटे का अलर्ट जारी किया है. इनमें जशपुर, कोरिया, मनेंद्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर, सूरजपुर और बलरामपुर जिला शामिल है. इन जिलों में एक दो स्थानों पर भारी गरज चमक के साथ आकाशिय बिजली गिरने और भारी वर्षा होने की संभावना है.
48 घंटे का येलो अलर्ट जारी: छत्तीसगढ़ मौसम विभाग ने प्रदेश के कई जिलों में 48 घंटे भारी बारिश को लेकर अलर्ट जारी किया है. इसमें जशपुर, कोरिया, मनेंद्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर, सूरजपुर, बलरामपुर, गौरेला पेंड्रा मरवाही और कोरबा जिला शामिल है. इन जिलों में अगले 48 घंटे तक एक दो स्थानों पर गरज चमक के साथ आकाशीय बिजली गिरने और भारी वर्षा होने की संभावना है.
भारी बारिश से आम लोगों को कई तरह की दिक्कतों को सामना करना पड़ता है. बारिश से किस तरह की स्थिति पैदा हो सकती है. आइए इसे जानते हैं.
निचले इलाकों के सड़कों पर बाढ़ जैसे हालात हो सकते हैं.
निचले इलाकों में जल जमाव जैसी स्थिति पैदा हो सकती है.
शहर में बने अंडरपास बंद होने की समस्या हो सकती है.
भारी वर्षा के कारण विजिबिलिटी में कमी आ सकती है.
सड़कों पर जल जमाव के कारण शहरों में यातायात बाधित हो सकती है.