धनबाद: आगामी झारखंड विधानसभा चुनाव को लेकर बंगाल-झारखंड के वरीय पुलिस पदाधिकारियों की बैठक रविवार को निरसा अनुमंडल के पंचेत में आयोजित की गई. बैठक में आगामी झारखंड में होने वाले विधानसभा चुनाव को शांतिपूर्ण तरीके से आयोजित कराने को लेकर विचार-विमर्श किया गया. वहीं, सूचनाओं के अदान-प्रदान, आपसी तालमेल और अपराधियों के धर-पकड़ में दोनों राज्यों के पुलिस द्वारा सहयोग करने पर बल दिया गया.
एसडीपीओ का बयान (ETV BHARAT) अपराधियों पर अंकुश लगाने के लिए वांछित अपराधियों और वारंटियों के खिलाफ बंगाल और झारखंड की पुलिस संयुक्त रूप से अभियान चलाएगी. अगर बंगाल का कोई अपराधी झारखंड में रह रहा है या यहां का अपराधी बंगाल में छिपा बैठा है तो उसकी गिरफ्तारी के लिए दोनों राज्यों की पुलिस मिलकर सहयोग के साथ अपराधियों को चिन्हित कर गिरफ्तार करेगी.
इस बारे में निरसा एसडीपीओ रजत मणिक बाखला ने जानकारी देते हुए बताया कि विधानसभा चुनाव के मद्देनजर झारखंड से लगने वाले सीमावर्ती इलाकों में चौकसी बढ़ाई जाएगी. सीमा पर कई चेक पोस्ट बनाए जाएंगे. इसके अलावा महत्वपूर्ण जगहों का चयन किया जाएगा. हथियार, शराब और पैसों की तस्करी पर रोक लगाने के लिए खुफिया जानकारी आपस में साझा की जाएगी, ताकि जिस तरह लोकसभा चुनाव शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हुआ, उसी तरह विधानसभा चुनाव भी शांतिपूर्ण तरीके से कराने का लक्ष्य है. इसे लेकर दोनों राज्यों के पुलिस अधिकारियों की विशेष बैठक बुलाई गई.
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