नई दिल्ली: दिल्ली नगर निगम के मेयर डॉ. शैली ओबेरॉय ने भाजपा की पूर्व निगम पार्षद व हरदयाल लाइब्रेरी की पूर्व सचिव पूनम पराशर के खिलाफ जांच का आदेश दिया है. मेयर ने कहा कि पूनम पराशर के खिलाफ अब तक दो शिकायतें मिली है, जिसमें उनपर गंभीर आरोप लगाए गए हैं. उन्होंने कहा कि पूनम पराशर पर आरोप है कि उन्होंने हरदयाल लाइब्रेरी की सचिव रहते हुए पद का दुरुपयोग किया है.
मेयर ने बताया कि पूनम पराशर 2021-22 तक हरदयाल लाइब्रेरी की सेक्रेट्री रही थी. इस दौरान नॉर्थ दिल्ली नगर निगम को 50 लाख, साउथ दिल्ली नगर निगम को एक करोड़ और पूर्वी दिल्ली नगर निगम को 35 लाख रुपये हरदयाल लाइब्रेरी को चलाने के लिए दिया गया. लेकिन इस दौरान हरदयाल लाइब्रेरी के कर्मचारियों को वेतन नहीं दिया गया. कर्मचारी धरना प्रदर्शन करते रहे, यहां तक की लाइब्रेरी में बिजली का बिल भी नहीं भरा गया.
मेयर ने बताया कि पूनम पराशर ने अपने पद का दुरुपयोग करते हुए अपने बेटे को असिस्टेंट केयर टेकर की डेजिग्नेशन दिलवाया. जिसमें उन्हें 35000 रुपये प्रति माह वेतन दिया गया. इसके अलावा उन्होंने अपने पति को इस लाइब्रेरी में सब्सक्राइबर बनाया. वह भी गैरकानूनी है. उन्होंने अपनी पावर और पोजीशन का दुरुपयोग करके कर्मचारियों से अपने घर का काम करवाया.