लखनऊ :लोकसभा चुनाव 2024 की तैयारियों के मद्देनजर बसपा सुप्रीमो मायावती ने 10 दिसंबर 2023 को आकाश आनंद को पार्टी का नेशनल कोऑर्डिनेटर बनाया था. करीब 5 महीने के बाद ही 7 मई को बसपा मुखिया ने उन्हें पद से हटा दिया. इसके साथ ही उत्तराधिकारी का अधिकार भी छीन लिया. उनके इस बड़े फैसले के 36 घंटे के बाद आकाश आनंद ने भी अपनी चुप्पी तोड़ी है. अपने एक्स अकाउंट पर उन्होंने लिखा है कि मायावती के आदेश सिर माथे पर हैं. वह अंतिम सांस तक लड़ते रहेंगे. आकाश आनंद ने अब अपना बायो भी बदल लिया है. नेशनल कोऑर्डिनेटर की जगह उन्होंने कार्यकर्ता लिखा है.
बहुजन समाज पार्टी में बड़ी जिम्मेदारी मिलने के बाद आकाश आनंद ताबड़तोड़ जनसभाएं कर रहे थे. करीब 10 रैलियों को वह संबोधित कर चुके थे. लगातार आक्रामक बयानबाजियों को लेकर उन पर मुकदमों का बोझ भी बढ़ने लगा था. 28 अप्रैल को उन्होंने सीतापुर की जनसभा में सरकार को गद्दार तक कह डाला था. सरकार की तुलना आतंकवाद से भी कर दी थी.
इस बयान के लिए उन पर कार्रवाई भी हुई. इस जनसभा के करीब 9 दिन बाद 7 मई को बसपा मुखिया मायावती ने उन्हें नेशनल कोऑर्डिनेटर पद से हटा दिया. उत्तराधिकारी का अधिकार भी छीन लिया. बसपा मुखिया से इस ऐलान के करीब 36 घंटे के बाद आकाश आनंद ने अपनी चुप्पी तोड़ी.
आकाश आनंद ने अपने सोशल मीडिया एक्स पर दी प्रतिक्रिया : आकाश आनंद ने गुरुवार को अपने एक्स अकाउंट पर लिखा है कि@mayawatiजी, आप पूरे बहुजन समाज के लिए एक आदर्श हैं, करोड़ों देशवासी आपको पूजते हैं. आपके संघर्षों की वजह से ही आज हमारे समाज को एक ऐसी राजनैतिक ताकत मिली है. इसके बूते बहुजन समाज आज सम्मान से जीना सीख पाया है. आप हमारी सर्वमान्य नेता हैं. आपका आदेश सिर माथे पे. भीम मिशन और अपने समाज के लिए मैं अपनी अंतिम सांस तक लड़ता रहूंगा. जय भीम, जय भारत'
कार्यकर्ता बोले- आप हमारे लिए यूथ आइकॉन :आकाश आनंद के इस पोस्ट के बाद कार्यकर्ता टिप्पणी कर रहे हैं. कई कार्यकर्ताओं ने लिखा है कि मायावती हमारी भी सर्वमान्य नेता हैं. आप हमारे लिए यूथ आइकॉन हैं. आपसे पार्टी को बहुत उम्मीदें हैं और कार्यकर्ता भी आपका बहुत सम्मान करते हैं. कई कार्यकर्ताओं ने तो मायावती से गुजारिश की है कि वह आकाश आनंद को फिर से नेशनल कोऑर्डिनेटर और उत्तराधिकारी घोषित करें.