बरेली : जिले में आईएमसी के प्रमुख मौलाना तौकीर रजा खान ने लालकृष्ण आडवाणी को भारत रत्न देने के सवाल पर कहा कि उन्होंने जो रथ यात्रा निकाली थी देश की तरक्की, देश की खुशहाली, देश में अमन और चैन भाई चारा कायम करने के लिए अगर निकाली थी तो उन्हें भारत रत्न देना चाहिए. लेकिन, अगर उनको भारत रत्न इसलिए दिया जा रहा है कि उन्होंने हिन्दुस्तान में बंटवारे की राजनीति की, लोगों को नाराज करने व नफरत फैलाने की राजनीति की तो यह पुरस्कार का अपमान है.
उन्होंने कहा कि हिंदुस्तान में जो आज राजनीति चल रही है. नफरतों का बाजार गर्म है. बेईमानी, नाइंसाफी, लालच, खुदगर्जी यह तमाम चीज भुखमरी, बेकारी, बेरोजगारी इन सब के लिए अगर सबसे बड़ा कोई जिम्मेदार है तो वह लालकृष्ण आडवाणी हैं और अगर इस वजह से उनको भारत रत्न अवार्ड दिया जा रहा है तो यह बड़ी खुशी की बात है. उनको भारत रत्न दिया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि क्योंकि वैसे ही हुकूमत बेईमान है और वैसे ही लालकृष्ण आडवाणी बेईमान रहे हैं. मौलाना तौकीर राजा ने कहा कि यह भारत रत्न का घोर अपमान है और हिंदुस्तान किस रास्ते पर जा रहा है.
उन्होंने कहा कि मैं यह समझता हूं भारत रत्न का हकदार वह होता है जिसकी हर समाज में तमाम हिंदुस्तानियों में जिसने अच्छे काम की हों. जिसने देश को बांटने का काम किया है, जिसने देश में नफरतें फैलाने का काम किया है. उसको भारत रत्न अवार्ड दिया जाना, इसका मतलब यह है कि नफरतों को पसंद किया जा रहा है और मोहब्बतों को ना पसंद किया जा रहा है. हुकूमत में ताकत है जो चाहे वह करें, जिसको देना चाहे उसको दे दे. यह सरासर बेईमानी है जो पिछले 10 वर्षों से की जा रही है, यह उसका हिस्सा है.