मऊगंज : सायबर जालसाजों के चंगुल में फंसने के बाद महिला के सुसाइड मामले में मऊगंज पुलिस ने राजस्थान पुलिस की मदद से अलवर से 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. आरोप है कि इन सायबर जालसाजों ने महिला के फोन पर कॉल करके उसे डिजिटल अरेस्ट किया. इसके बाद चोरी इल्जाम लगाकर गिरफ्तार करने की धमकी दी. इससे डरकर महिला ने आत्मघाती कदम उठाते हुए अपनी जान दे दी. ये घटना मऊगंज की 6 जनवरी की है.
सायबर जालसाजों ने ऐसे फंसाया गेस्ट टीचर को
पुलिस के अनुसार घुरेहटा वार्ड क्रमांक 12 की निवासी रेशमा पाण्डेय पन्नी गांव में स्थित शासकीय हाई स्कूल में अतिथि शिक्षिका के पद पर थीं. एक दिन परिवार के सदस्य किसी कार्य के चलते गांव से बाहर गए हुए थे. इसी दौरान रेशमा पाण्डेय के मोबाइल में कुछ मैसेज आए. कुछ देर बाद उन्हे व्हाट्सएप में वर्दी पहने कुछ पुलिस अफसर और आर्मी के जवानों के वीडियो भेजे गए. कुछ देर बाद वीडियो कॉल करने वाले जालसाज खुद वर्दी धारण करके वीडियो कॉल पर आए और महीला को डिजिटली अरेस्ट कर लिया. उससे 22 हजार ट्रांसफर करवाए गए. इसके बाद 50 हजार की और डिमांड की गई.
रीवा डीआईजी साकेत प्रकाश पाण्डेय (ETV BHARAT) जालसाजों ने दी महिला को गिरफ्तार करने की धमकी
पुलिस ने बताया कि जालसाजों ने महिला से कहा "तुम्हारे नाम का एक पार्सल है, जिसे तुम्हें लेना होगा. नहीं लेने पर तुम्हारे खिलाफ चोरी का इल्जाम लगाकर एफआईआर दर्ज कर गिरफ्तार किया जाएगा. इसके बाद जालसाजों ने महिला से रुपयों की डिमांड की. डरी सहमी डिजिटल अरेस्ट हुई महिला रेशमा पाण्डेय ने आहत होकर आत्मघाती कदम उठाया. महिला को तत्काल रीवा के संजय गांधी अस्पताल में भर्ती करवाया गया, जहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई."
पुराने सिक्कों को बेचने से करोड़पति बनने का झांसा
रीवा डीआईजी ने साकेत प्रकाश पाण्डेय के अनुसार "रेशमा पाण्डेय को जालसाजों द्वारा पुराने सिक्कों को बदलने के लिए ऑफर किया गया. कहा गया था कि पुराने सिक्को के बदले करोड़ों रुपए दिए जाएंगे. इसके बाद महिला जालासाजों के जाल में फंस गई. दिसंबर माह से महिला जालसाजों के संपर्क में रही. इस दौरान बदमाशों ने महिला से 22 हजार के डिमांड की. महिला ने ये राशि उन्हें ऑनलाइन ट्रांसफर की. इसके बाद जब बदमाशों ने और पैसों के डिमांड की तो महिला ने पुलिस के पास जाने की बात कही. फिर जालासाजों से परेशान होकर महिला ने जान दे दी."
तीन आरोपी राजस्थान के अलवर से गिरफ्तार
रीवा डीआईजी ने बताया "एसपी रसना ठाकुर के नेतृत्व में पुलिस और सायबर की टीम गठित की गई. जांच के दौरान पुलिस को अहम सुराग हाथ लगे. जिसके बाद सायबर की टीम आईपी एड्रेस और लोकेशन के माध्यम से आरोपियों तक पहुंच गई. राजस्थान के अलवर जिले में स्थित हरियाणा बॉर्डर में आरोपियों के होने की जानकारी प्राप्त हुई. इसके बाद वहां की पुलिस से संपर्क करके तीनो को घेराबंदी करते हुए दबोच लिया गया. पकड़े गए आरोपी 22 वर्षीय साहिल खान, 18 वर्षीय मुनफेद खान, और 22 वर्षीय फरदीन खान हैं. आरोपियों को न्यालाय में पेश करके ट्रांजिट रिमांड पर लिया गया है. इनसे पूछताछ की जा रही है. एक आरोपी फरार है, जिसके खाते में रकम ट्रांसफर हुई थी."