रैट माइनर वकील हसन का मकान का मामला नई दिल्ली: उत्तरकाशी के सिलक्यारा टनल में फंसे मजदूरों की जान बचाने वाले रैट माइनर वकील हसन से उत्तर पूर्वी दिल्ली से बीजेपी सांसद मनोज तिवारी ने मुलाकात की. उन्होंने वकील हसन को डीडीए द्वारा मकान तोड़े जाने पर उन्हें मुआवजा के तौर पर नए घर दिए जाने का भरोसा दिलाया. इस दौरान टनल में मजदूरों को निकालने वाली टीम के हिस्सा रहे दिल्ली के सभी छह रैट माइनर मौजूद रहे.
बीजेपी सांसद ने कहा कि वकील हसन का मकान तोड़ा जाना दुःखद है. उनके साथ अन्याय हुआ है. जिन लोगों ने मकान तोड़ने की कार्यवाई की है उसके ऊपर जांच बैठ गई है. जो भी जांच में दोषी पाए जाएंगे उन्हें सज़ा मिलेगी.
तिवारी ने कहा कि घनी आबादी में सिर्फ एक घर तोड़े जाना ये न्याय संगत नहीं है. ये लोग हीरो हैं. एलजी वीके सक्सेना भी इससे दुखी और आश्चर्यचकित है. एलजी ने कहा कि वकील हसन के परिवार को घर दिया जाएगा. इस पूरी घटना को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तक भी पहुंचा दिया गया है. तिवारी ने माना वकील हसन का घर काफी पहले बना है और उन्हें भी प्रधानमंत्री उदय योजना के तहत अपने घर में रहने का पूरा अधिकार है.
खजूरी खास के श्री राम कॉलोनी में रहने वाले रैट माइनर वकील हसन के मकान को डीडीए ने 28 फरवरी को अवैध बता कर गिरा दिया था. बता दें, उत्तरकाशी की सिलक्यारा टनल निर्माण के दौरान 12 नवंबर को दीपावली की सुबह मलबा आ गया था. 16 दिन तक 41 मजदूर इस मलबे के कारण टनल में फंसे रहे थे. इन मजदूरों को निकालने में रैट माइनर्स वकील हसन की टीम ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी.