देहरादून: केंद्र सरकारदेशभर में जल जीवन मिशन के तहत 'हर घर जल योजना' संचालित कर रही है. ताकि, घर-घर तक हर घर जल योजना के तहत जल पहुंचाया जा सके. उत्तराखंड में भी हर घर जल योजना के तहत बृहद स्तर पर काम चल रहा है, लेकिन इस योजना के तहत विलेज सर्टिफिकेशन में कई जिले काफी पीछे नजर आ रहे हैं. जबकि, जल जीवन मिशन के तहत 2024 तक हर घर जल पहुंचाने का लक्ष्य रखा गया है.
उत्तराखंड में कुल 14,52,421 घर हैं, जिसमें से 13,88,230 घरों में हर घर जल योजना के तहत जल पहुंचाया जा चुका है. भारत सरकार की जल शक्ति मंत्रालय के जल जीवन मिशन की रिपोर्ट के अनुसार, जल जीवन मिशन योजना शुरू होने से पहले यानी 15 अगस्त 2019 से पहले उत्तराखंड के 1,30,325 घरों में टैप के जरिए पीने का पानी उपलब्ध हो रहा था, लेकिन इस योजना के शुरू होने के बाद 23 अगस्त 2024 तक 13,88,230 घरों में हर घर जल योजना के तहत जल पहुंचाया जा चुका है.
हर घर जल योजना को जानिए (फोटो- ETV Bharat GFX) यानी प्रदेश के करीब 95.58 फीसदी घरों में नल के जरिए साफ पानी उपलब्ध कराया जा रहा है. जबकि, अभी भी 64,191 घर हर घर जल योजना से वंचित हैं. जहां टैप के जरिए पीने का पानी पहुंचाया जाना है. जल जीवन मिशन की रिपोर्ट के अनुसार, वित्तीय वर्ष 2019-20 में 86,795घरों में टैप वाटर कनेक्शन दिया गया. वित्तीय वर्ष 2020-21 में 4,32,301 घरों में टैप वाटर कनेक्शन पहुंचाया गया.
वित्तीय वर्ष 2021-22 में 2,74,958 घरों में टैप वाटर कनेक्शन दिया गया. वित्तीय वर्ष 2022-23 में 2,14,873घरों को टैप वाटर कनेक्शन से जोड़ा गया. वित्तीय वर्ष 2023-24 में 2,25,370घरों में टैप वाटर कनेक्शन दिया गया. इसके साथ ही वर्तमान वित्तीय वर्ष 2024-25 में 23,608 घरों में टैप वाटर कनेक्शन दिया जा चुका है.
टैप वाटर कनेक्शनों की संख्या (फोटो- ETV Bharat GFX) हर घर नल पहुंचाने में अल्मोड़ा जिला सबसे फिसड्डी:उत्तराखंड में जल जीवन मिशन योजना के तहत हर घर नल पहुंचाने में अल्मोड़ा जिला सबसे फिसड्डी साबित हुआ है. प्रदेश के 13 जिलों में से अल्मोड़ा जिला 13वें पायदान पर है. क्योंकि, अल्मोड़ा जिले में अभी भी 16,756घर ऐसे हैं, जिनको अभी तक इस योजना का लाभ नहीं मिल पाया है.
निचले पायदान पर नैनीताल और हरिद्वार जिले:इसी कड़ी में नैनीताल जिला 12वें पायदान पर है. जिसके 14419 घरों तक ये योजना नहीं पहुंच पाई है. इसके साथ ही हरिद्वार जिला 11वें पायदान पर है. क्योंकि, हरिद्वार जिले में अभी भी 18,130 घर ऐसे हैं, जिनको अभी तक इस योजना का लाभ नहीं मिल पाया है.
टैप वाटर कनेक्शनों की स्थिति (फोटो- ETV Bharat GFX) उत्तराखंड में 14,884 गांवों में से 12,643 गांव में पहुंचा टैप वाटर सप्लाई:उत्तराखंड में कुल 14,884 गांव हैं. इनमें से हर घर जल के तहत 12,643 गावों में शत प्रतिशत टैप वाटर सप्लाई की जा रही है. जबकि, 2,239गांव ऐसे हैं. जहां अभी तक टैप वाटर सप्लाई नहीं हो पाई है. जबकि, 2 गावों में टैप वाटर सप्लाई करने पर काम चल रहा है. प्रदेश के कुल गांवों 14,884 में से सिर्फ 8,934 गावों ने ही शत प्रतिशत टैप वाटर सप्लाई के लिए रिपोर्ट किया है.
टैप वाटर सप्लाई सर्टिफिकेट की स्थिति (फोटो- ETV Bharat GFX) 4,227 गांवों को मिला शत प्रतिशत टैप वाटर सप्लाई का सर्टिफिकेट:वहीं, अभी तक 4,227 गावों को ही शत प्रतिशत टैप वाटर सप्लाई का सर्टिफिकेट मिला है. यानी 47.31 फीसदी गांव ही शत प्रतिशत टैप वाटर सप्लाई का सर्टिफिकेट प्राप्त कर चुके हैं. इसके साथ ही 3,709 गांव ऐसे हैं. जिन्होंने अभी तक शत प्रतिशत टैप वाटर सप्लाई का सर्टिफिकेट के लिए रिपोर्ट ही नहीं किए.
शत प्रतिशत टैप वाटर सप्लाई सर्टिफिकेट की स्थिति (फोटो- ETV Bharat GFX) जिलेवार हर घर जल योजना के तहत टैप वाटर कनेक्शन की संख्या-
- जल जीवन मिशन की रिपोर्ट के मुताबिक, उत्तराखंड में अभी भी हर घर जल योजना से 64,191 घरवंचित हैं.
- पौड़ी जिले में 1,10,723जल कनेक्शन हैं. जिसमे से 1,10,721घरों में टैप वाटर कनेक्शन पहुंचाया गया है. यानी 99.99 फीसदी हाउसहोल्ड में टैप वाटर सप्लाई हो रही है.
- उत्तरकाशी जिले में 65,002 जल कनेक्शन हैं. जिसमें से 64,987 घरों में टैप वाटर कनेक्शन पहुंचाया गया है. यानी 99.98 फीसदीहाउसहोल्ड में टैप वाटर सप्लाई हो रही है.
- देहरादून जिले में 1,29,491 जल कनेक्शन हैं. जिसमें से 1,29,449घरों में टैप वाटर कनेक्शन पहुंचाया गया है. यानी 99.97 फीसदी हाउसहोल्ड में टैप वाटर सप्लाई हो रही है.
- चमोली जिले में 76,528 जल कनेक्शन हैं. जिसमें से 76,478घरों में टैप वाटर कनेक्शन पहुंचाया गया है. यानी 99.94 फीसदी हाउसहोल्ड में टैप वाटर सप्लाई हो रही है.
- टिहरी जिले में 1,28,676जल कनेक्शन हैं. जिसमें से 1,28,456 घरों में टैप वाटर कनेक्शन पहुंचाया गया है. यानी 99.83 फीसदी हाउसहोल्ड में टैप वाटर सप्लाई हो रही है.
- बागेश्वर जिले में 54,659 जल कनेक्शन हैं. जिसमें से 54,496 घरों में टैप वाटर कनेक्शन पहुंचाया गया है. यानी 99.70 फीसदी हाउसहोल्ड में टैप वाटर सप्लाई हो रही है.
- चंपावत जिले में 45,335 जल कनेक्शन हैं. जिसमें से 44,745 घरों में टैप वाटर कनेक्शन पहुंचाया गया है. यानी 98.70 फीसदीहाउसहोल्ड में टैप वाटर सप्लाई हो रही है.
- पिथौरागढ़ जिले में 94,610 जल कनेक्शन हैं. जिसमें से 92,847 घरों में टैप वाटर कनेक्शन पहुंचाया गया है. यानी 98.14 फीसदी हाउसहोल्ड में टैप वाटर सप्लाई हो रही है.
- रुद्रप्रयाग जिले में 56,777 जल कनेक्शन हैं. जिसमें से 54,586 घरों में टैप वाटर कनेक्शन पहुंचाया गया है. यानी 96.14 फीसदी हाउसहोल्ड में टैप वाटर सप्लाई हो रही है.
- उधमसिंह नगर जिले में 1,98,752 जल कनेक्शन हैं. जिसमें से 1,88,902 घरों में टैप वाटर कनेक्शन पहुंचाया गया है. यानी 95.04 फीसदी हाउसहोल्ड में टैप वाटर सप्लाई हो रही है.
- हरिद्वार जिले में 2,50,406 जल कनेक्शन हैं. जिसमें से 2,32,276 घरों में टैप वाटर कनेक्शन पहुंचाया गया है. यानी 92.76 फीसदी हाउसहोल्ड में टैप वाटर सप्लाई हो रही है.
- नैनीताल जिले में 1,14,321जल कनेक्शन हैं. जिसमें से 99,902घरों में टैप वाटर कनेक्शन पहुंचाया गया है. यानी 87.39 फीसदी हाउसहोल्ड में टैप वाटर सप्लाई हो रही है.
- अल्मोड़ा जिले में 1,27,141जल कनेक्शन हैं. जिसमें से 1,10,385 घरों में टैप वाटर कनेक्शन पहुंचाया गया है. यानी 86.82 फीसदी हाउसहोल्ड में टैप वाटर सप्लाई हो रही है.
शत प्रतिशत टैप वाटर सप्लाई सर्टिफिकेट में जिले साबित हुए फिसड्डी- - पौड़ी जिले के शत प्रतिशत टैप वाटर सप्लाई के लिए 2,069 गांव सर्टिफिकेट के लिए रिपोर्ट किए गए हैं. जिसमें से 1,109 गांवों को सर्टिफिकेट मिला है.
- उत्तरकाशी जिले के शत प्रतिशत टैप वाटर सप्लाई के लिए 542 गांव सर्टिफिकेट के लिए रिपोर्ट किए गए हैं. जिसमें से 362 गांवों को सर्टिफिकेट मिला है.
- देहरादून जिले के शत प्रतिशत टैप वाटर सप्लाई के लिए 619 गांव सर्टिफिकेट के लिए रिपोर्ट किए गए हैं. जिसमें से 397 गांवों को सर्टिफिकेट मिला है.
- चमोली जिले के शत प्रतिशत टैप वाटर सप्लाई के लिए 782 गांव सर्टिफिकेट के लिए रिपोर्ट किए गए हैं. जिसमें से 167 गांवों को सर्टिफिकेट मिला है.
- टिहरी जिले के शत प्रतिशत टैप वाटर सप्लाई के लिए 1,146 गांव सर्टिफिकेट के लिए रिपोर्ट किए गए हैं. जिसमें से 751 गांवों को सर्टिफिकेट मिला है.
- बागेश्वर जिले के शत प्रतिशत टैप वाटर सप्लाई के लिए 475 गांव सर्टिफिकेट के लिए रिपोर्ट किए गए हैं. जिसमें से 109 गांवों को सर्टिफिकेट मिला है.
- चंपावत जिले के शत प्रतिशत टैप वाटर सप्लाई के लिए 410 गांव सर्टिफिकेट के लिए रिपोर्ट किए गए हैं. जिसमें से 129 गांवों को सर्टिफिकेट मिला है.
- पिथौरागढ़ जिले के शत प्रतिशत टैप वाटर सप्लाई के लिए 1,179 गांव सर्टिफिकेट के लिए रिपोर्ट किए गए हैं. जिसमें से 547 गांवों को सर्टिफिकेट मिला है.
- रुद्रप्रयाग जिले के शत प्रतिशत टैप वाटर सप्लाई के लिए 380 गांव सर्टिफिकेट के लिए रिपोर्ट किए गए हैं. जिसमें से 147 गांवों को सर्टिफिकेट मिला है.
- उधम सिंह नगर जिले के शत प्रतिशत टैप वाटर सप्लाई के लिए 136 गांव सर्टिफिकेट के लिए रिपोर्ट किए गए हैं. जिसमें से 87 गावों को सर्टिफिकेट मिला है.
- हरिद्वार जिले के शत प्रतिशत टैप वाटर सप्लाई के लिए 262 गांव सर्टिफिकेट के लिए रिपोर्ट किए गए हैं. जिसमें से 130गांवों को सर्टिफिकेट मिला है.
- नैनीताल जिले के शत प्रतिशत टैप वाटर सप्लाई के लिए 216 गांव सर्टिफिकेट के लिए रिपोर्ट किए गए हैं. जिसमें से 79 गांवों को सर्टिफिकेट मिला है.
- अल्मोड़ा जिले के शत प्रतिशत टैप वाटर सप्लाई के लिए 718गांव सर्टिफिकेट के लिए रिपोर्ट किए गए हैं. जिसमें से 213 गांवों को सर्टिफिकेट मिला है.
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