मंडला। जिले के बिछिया विकास खंड के अंतर्गत आने वाली प्राथमिक शाला बरबसपुर में पदस्थ शिक्षक अनिल सैयाम जो BLO (बूध लेवल ऑफिसर) के पद पर भी हैं, हमेशा शराब पीकर स्कूल आते हैं. कई बार ग्रामीणों ने भी शिक्षक अनिल सैयाम को समझाइश देने की कोशिश की कि शराब के नशे में स्कूल जाकर बच्चों को न पढ़ाएं, इसका बच्चों पर गलत असर पड़ेगा. पर शिक्षक को तो बच्चों के भविष्य से कोई लेना देना ही नहीं है. ऐसे शिक्षकों की वजह से बच्चों का भविष्य अंधकार मय होने से कोई नहीं रोक सकता. लेकिन इससे इनको कोई भी फर्क नहीं पड़ता.
पैसे देकर ट्रांसफर करा लूंगा
शिक्षक अनिल सैयाम का कहना है कि ''कोई भी मेरा कुछ नहीं बिगाड़ सकता है, मेरी सेटिंग AC कार्यालय में है. क्या होगा पैसे देकर ट्रांसफर करा लूंगा.'' अब सवाल ये उठता है कि ऐसे शराबी शिक्षकों पर किसका हाथ है, जो इतनी हिम्मत से ऐसे कृत को अंजाम दे रहे हैं और शिक्षा के मंदिर को अपवित्र करने से बाज नहीं आ रहे. जब मीडियाकर्मी ने शराबी शिक्षक अनिल सैयाम से बात करने की कोशिश की तो वह मीडिया कर्मी से हाथपाई करने पर उतारू हो गया.
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