देहरादूनःवसंत विहार स्थित पर्ल हाइट्स सोसायटी में विकास त्यागी के घर में हुई लूट की घटना में शामिल 3 आरोपियों को पुलिस अभी तक गिरफ्तार कर चुकी है. गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ में पुलिस को केस में बड़ी लीड मिली है. लूट की वारदात में 5 बदमाश शामिल थे, जिसमें पुलिस अभी तक एक रेकी करने और 2 लूट में शामिल आरोपियों की गिरफ्तारी कर चुकी है. जबकि 2 आरोपी अभी भी फरार है. वहीं एसएसपी अजय सिंह ने फरार आरोपी शुभम त्यागी और कपिल कुमार उर्फ रावण पर 25-25 हजार रुपए का इनाम घोषित किया गया है.
देहरादून पुलिस के मुताबिक, 13 अप्रैल की दोपहर को हुई पर्ल हाइट्स सोसायटी लूटकांड का मुख्य आरोपी कपिल कुमार उर्फ रावण और शुभम त्यागी है. शुभम त्यागी पहले से ही विकास त्यागी को जानता था. फिलहाल दोनों ही अभी फरार हैं. कपिल आदतन अपराधी है, जिसके खिलाफ उत्तराखंड के अलग-अलग जिलों में गैंगस्टर, लूट, डकैती समेत कई संगीन अपराधों के मुकदमे दर्ज हैं. लूट की घटना में पीड़ित विकास त्यागी के परिचित के शामिल होने की भी बात सामने आई थी. पुलिस अभी तक रेकी करने वाले ओमवीर, लूट में शामिल मोहम्मद फुरकान और वसीम को गिरफ्तार कर चुकी है.
गिरफ्तार आरोपियों ने किया खुलासा:वसंत विहार पुलिस ने बताया कि पूछताछ में आरोपियों से पता चला कि कपिल कुमार उर्फ रावण ने ही उनकी मुलाकात शुभम त्यागी से कराई थी. शुभम त्यागी के पास ही विकास त्यागी की सभी जानकारी थी. शुभम ने कहा था कि अगर विकास त्यागी के घर पर लूट की घटना को अंजाम दिया जाए तो काफी माल मिल सकता है. जिस पर आरोपियों द्वारा घटना को अंजाम देने की योजना बनाई गई. इसके बाद शुभम त्यागी ने ही ओमवीर को विकास त्यागी के फ्लैट की रेकी करने का काम दिया.
पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने बताया, कपिल कुमार उर्फ रावण, मोहम्मद फुरकान और वसीम 13 अप्रैल को मुजफ्फरनगर से देहरादून पहुंचे. जहां ट्रांसपोर्ट नगर में उन्हें शुभम त्यागी और ओमवीर मिले. इसके बाद कपिल, फुरकान और वसीम टैक्सी से पर्ल हाइट्स सोसायटी पहुंचे. यहां ओमवीर को सोसायटी के गार्ड को बातों में उलझाकर तीनों को सोसायटी में दाखिल करने में मदद की. तीनों ने विकास के फ्लैट में सभी सदस्यों को बंधक बनाया और करीब 2 घंटे तक घर खंगालते रहे. इस दौरान ओमवीर और शुभम त्यागी और ओमवीर सोसायटी के बाहर रूक कर आने-जाने वाले लोगों पर नजर रखी.
घटना को अंजाम देने के बाद तीनों आरोपी विकास त्यागी के बेटे और उसके भाई का अपहरण कर उन्हें उनकी कार से सहारनपुर की ओर ले गये. उत्तराखंड का बॉर्डर पार करने के बाद बिहारीगढ़ शाकूम्बरी देवी जाने वाले मार्ग पर दोनों को धमकी देकर कार के साथ छोड़ दिया और वहां से फरार हो गए. इस दौरान आरोपी शुभम त्यागी और ओमवीर बाइक से बिहारीगढ़ तक उनके पीछे-पीछे आए.