रायपुर: प्रदेश कांग्रेस कार्यालय राजीव भवन में शनिवार को महिला कांग्रेस की राष्ट्रीय सचिव और छत्तीसगढ़ की प्रभारी सुनीता सेहरावत ने एक प्रेसवार्ता के दौरान मीडिया को जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि 15 सितंबर को महिला कांग्रेस का 40 वां स्थापना दिवस ब्लॉक जिला प्रदेश और राष्ट्रीय स्तर पर मनाया जाएगा. आज ही के दिन से महिलाओं को जोड़ने के लिए महिला सदस्यता अभियान की शुरुआत भी की जाएगी. इस अभियान में महिलाओं को जोड़ने के लिए सदस्यता शुल्क 100 रुपये देने होंगे और यह 5 सालों के लिए होगा.
महिला कांग्रेस का 40वीं स्थापना दिवस:महिला कांग्रेस की राष्ट्रीय सचिव और छत्तीसगढ़ प्रभारी सुनीता सेहरावत ने बताया कि "15 सितंबर को महिला कांग्रेस का 40 वां स्थापना दिवस मनाया जाएगा और आज ही के दिन से महिलाओं को जोड़ने के लिए महिला सदस्यता अभियान भी शुरू की जाएगी. जिसमें महिलाओं को सदस्यता शुल्क के रूप में 100 रुपये देने होंगे. स्थापना दिवस का आयोजन ब्लॉक लेवल जिला लेबल और प्रदेश स्तर के साथ ही राष्ट्रीय स्तर पर होगा. जो महिलाएं कांग्रेस से है और अंतिम छोर पर आधी आबादी है उन्हें भी इसमें जोड़ा जाएगा.
रविवार को महिला कांग्रेस पूरे देश में मनाएगी 40 वां स्थापना दिवस, महिला सदस्यता अभियान की होगी शुरुआत - Congress 40th foundation day
महिला कांग्रेस 15 सितंबर को अपना स्थापना दिवस मनाएगी. रायपुर के राजीव भवन में इस मौके पर महिला कांग्रेस से जुड़ी नेता शामिल होंगी. दिल्ली से महिला कांग्रेस आलाकमान ने पार्टी को फरमान जारी कर सभी ब्लॉक और जिला स्तर पर कार्यक्रम करने के आदेश दिए हैं.
By ETV Bharat Chhattisgarh Team
Published : Sep 14, 2024, 8:45 PM IST
''महिलाओं के लिए सदस्यता 5 सालों के लिए होगा और आज ही के दिन से वेबसाइट भी लॉन्च किया जाएगा. जिसमें ब्लॉक लेबल से लेकर राष्ट्रीय स्तर पर सभी महिलाओं का इसमें डाटा रहेगा. इस वेबसाइट की शुरुआत सभी जगह पर दोपहर के 12:00 बजे पूरे देश में किया जाएगा." - सुनीता सेहरावत, महिला कांग्रेस की राष्ट्रीय सचिव
''महिलाओं को 33 फीसदी आरक्षण मिले'':सुनीता सेहरावतने बताया कि ''पूरे देश में महिला आंदोलन चल रहे हैं. जिसमें तीन मुद्दे मुख्य हैं उन तीन मुद्दों में पहला महिलाओं को 33% आरक्षण मिलना चाहिए. महिलाओं को 33% आरक्षण देने की बात की गई है लेकिन अब तक लागू नहीं हो पाई है. दूसरा प्रदेश और देश में बढ़ती महंगाई जिसमें आज की स्थिति में महिलाओं को किचन का बजट बिगड़ गया है. किचन का बजट बिगड़ने से महिलाएं काफी त्रस्त हैं''.