जोधपुर.आर्ट ऑफ लिविंग जोधपुर की ओर से आयोजित महासत्संग में श्री श्री रविशंकर ने अध्यात्म के साथ समाज और राष्ट्र सेवा करने की बात कही. उन्होंने कहा कि इसके बिना कमजोर हो जाते हैं. उन्होंने कहा कि अध्यात्म से ईशवरीय ऊर्जा मिलती है, इसके लिए गुरु की शरण में जाना होगा. उन्होंने कहा कि हमेशा ध्यान करते रहे तो इससे आपकी इच्छा शक्ति पूर्ण होने की संभावना होती है. महासत्संग में उन्होंने राम ध्यान भी मौजूद लोगों से करवाया.
13 साल बाद जोधपुर आए आध्यात्मिक गुरु श्री श्री रविशंकर ने कहा कि अयोध्या में राम मंदिर भव्य बना है. मैं सीधे अयोध्या से यहां आ रहा हूं. पूरे देश की जनता की आस पूरी हुई है. बहुत सुंदर तरीके से बनाया गया है. अभी मंदिर का निर्माण भी चल रहा है. देश भर का योगदान रहा है मंदिर बनने में. 500 साल के बाद मंदिर बना है. राम तो हमारे दिल में रहते हैं इसलिए जो भीतर रमता है वही राम है. लेकिन जन्म स्थान का बड़ा महत्व रहा है. कितने लोगों ने बलिदान दिया तब जाकर भारत की अस्मिता का यह मंदिर बना है. श्रीश्री ने कहा कि हमारी सनातनी परंपरा है कि सबको साथ लेकर चले, इसलिए मंदिर बना तो उनको भी जमीन दी, जिससे उनको यह प्रतीत नहीं हो कि उनसे जमीन छीन ली गई है.