प्रयागराज:श्री पंच दशनाम आवाहन अखाड़े ने रविवार को पूरे शाही अंदाज में कुम्भ क्षेत्र में अपनी छावनी में प्रवेश किया. घोड़े, रथ और बग्घियों पर सवार होकर ढोल-नगाड़े और शंख की विजय ध्वनि के साथ संत छावनी तक पहुंचे. संतों के अद्भुत रूप और वैभव को देखने के लिए सड़क के दोनों किनारों पर शहरियों की भारी भीड़ जमा रही. आगे चल रहे नागा संन्यासियों ने इस दौरान अनोखे करतब दिखाए.
हिन्दू सनातन धर्म परम्परा में कुल 13 अखाड़े हैं, जिनकी स्थापना अलग-अलग समय में हुई है. अखाड़ों की परम्परा में सबसे पहले स्थापित हुए श्री पंच दशनाम आवाहन अखाड़े ने पूरे शाही अंदाज में कुम्भ क्षेत्र में प्रवेश किया. नागा साधुओं के साथ हाथी-घोड़े और साधू-संतों के इस जुलुस का जगह-जगह श्रद्धालुओं ने पुष्प अर्पित कर स्वागत किया. इसी के साथ इस अखाड़े के इष्ट देवता श्री गजानन और श्री दतात्रेय स्थापित हो गए. आज से ही इस अखाड़े के साधू-संतों के शिविर कुम्भ क्षेत्र में सजने लग जाएंगे.