New Vande Bharat Express: मध्य प्रदेश को 15 अगस्त को एक और वंदे भारत की सौगात मिल सकती है. स्वतंत्रता दिवस मनाने के साथ-साथ प्रदेश एक और वंदे भारत मिलने की खुशी भी मनाएगा. जबलपुर, कटनी, शहडोल, बिलासपुर और रायपुर के लोगों को इस बात का इंतजार है कि जबलपुर से रायपुर के बीच कब वंदे भारत एक्सप्रेस चलेगी. इस एक्सप्रेस के चलने से इस पूरे इलाके के लोगों को फायदा होगा. जबलपुर से रायपुर का रूट पूरी तरह से औद्योगिक रूट है. लिहाजा ट्रेन के चलने से इस क्षेत्र की औद्योगिक गतिविधियां बढ़ जाएगी.
जबलपुर-रायपुर रूट पर बस दो ट्रेन संचालित
जबलपुर से रायपुर रूट पर फिलहाल मात्र दो ट्रेन ही चल रही हैं. इनमें सबसे पुरानी ट्रेन इंदौर-बिलासपुर एक्सप्रेस है. जो इंदौर से चलकर बिलासपुर तक जाती है. दूसरी ट्रेन अमरकंटक एक्सप्रेस है, जो भोपाल से चलकर दुर्ग के लिए जाती है. जबलपुर से रायपुर का रूट जबलपुर, कटनी, शहडोल, बिलासपुर से रायपुर को जोड़ता है. इससे यह सभी महानगर विकास की दृष्टि से महत्वपूर्ण स्थान है. इन सभी महानगरों में विकास के कई काम चल रहे हैं. कटनी एक बड़ी औद्योगिक नगरी है.
शहडोल और रायपुर दोनों जगह उद्योग
शहडोल के पास में कोल माइंस पेपर मिल जैसे कई बड़े उद्योग हैं. यही हालत छत्तीसगढ़ के बिलासपुर और रायपुर की है. विकास के नजरिए से यह दोनों ही शहर भविष्य के शहर माने जाते हैं. इन सभी शहरों को आपस में जोड़ने वाली रेल लाइन पर मात्र दो एक्सप्रेस होने की वजह से इस इलाके में लोगों का आवागमन सरल नहीं हो पा रहा है. इन दोनों ही ट्रेनों में हमेशा सीटे फुल होती हैं, लेकिन इसके बावजूद रेल प्रशासन इस रूट पर ट्रेन की संख्या नहीं बढ़ा रहा है.
15 अगस्त पर मिल सकती है वंदे भारत की सौगात
ऐसी संभावना है कि 15 अगस्त पर मध्य प्रदेश को नई वंदे भारत एक्सप्रेस मिल सकती है. इसी संभावना ने एक बार फिर जबलपुर से रायपुर के बीच में वंदे भारत एक्सप्रेस चलाने की चर्चा को बल दे दिया है. पश्चिम मध्य रेलवे में यात्री परामर्श समिति के सदस्य डॉक्टर सुनील मिश्रा का कहना है कि 'जबलपुर से रायपुर के लिए वंदे भारत एक्सप्रेस केवल एक सुविधा नहीं होगी, बल्कि यह ट्रेन इस पूरे इलाके के विकास की धुरी बना सकती है. डॉ सुनील मिश्रा ने अपनी ओर से सरकार को मांग भेजी है कि वह जबलपुर से रायपुर के बीच में वंदे भारत एक्सप्रेस शुरू करें.'