कभी राशन दुकान चलाने वाली महिला बनेगी सांसद, किसान आंदोलन साधने जाट महिला जाएगी राज्यसभा - bjp rajya sabha candidate maya
Maya Narolia Rajya Sabha Pratyashi: मध्यप्रदेश से राज्यसभा चुनाव के लिए बीजेपी ने जिन चार उम्मीदवारों के नाम घोषित किए हैं, उनमें एक नाम माया नारोलिया का भी है. ये नाम चौंकाने वाला है. आइए जानते हैं कौन हैं माया नारोलिया और राज्यसभा भेजने के पीछे बीजेपी की क्या है रणनीति.
बीजेपी ने माया नारोलिया को राज्यसभा प्रत्याशी बनाया
बीजेपी राज्यसभा प्रत्याशी माया नारोलिया से सीधी बातचीत
भोपाल/नर्मदापुरम।माया नारोलिया जाट समाज यानि पिछड़ा वर्ग से आती हैं. बीजेपी ने उन्हें उम्मीदवार बनाकर बड़ा दांव खेला है. महिलाओं को अवसर देने का दावा सही साबित करने के लिए ये नाम बीजेपी को सटीक लगा. दूसरी तरफ आम चुनाव से ठीक पहले पिछड़ा वर्ग की राजनीति को साधने की भी पार्टी ने कोशिश है. एमपी में सबसे ज्यादा 50 फीसदी आबादी ओबीसी ही है. बीजेपी ने महिला होने के साथ ओबीसी वर्ग से आने वाली माया नारोलिया को उम्मीदवार बनाया है.
ओबीसी वर्ग पर बीजेपी का फोकस, एमपी के साथ ही यूपी पर नजर
वरिष्ठ राजनीतिक विश्लेषक पवन देवलिया कहते हैं "इसे इस तरह देखना चाहिए कि पार्टी ओबीसी वर्ग पर कितना फोकस कर रही है. सीएम के बाद अब राज्यसभा में भी इस वर्ग को खास तवज्जो है. जाहिर तौर पर केवल एमपी की 50 फीसदी से ज्यादा आबादी ही नहीं. यूपी बिहार में ओबीसी पॉलिटिक्स पर बीजेपी को इससे फायदा होगा. बीजेपी ने माया नारोलिया से पहले कविता पाटीदार को राज्यसभा पहुंचाया था. वह भी ओबीसी वर्ग से आती हैं." बता दें कि माया नारोलिया 60 साल की हैं. इन्होंने आर्ट्स से कॉलेज में पढ़ाई की. उसके बाद राजनीति में सक्रिय हो गई. माया नारोलिया भाजपा में 40 साल से सक्रिय हैं. नगर पालिका अध्यक्ष रह चुकी हैं. महिला मोर्चा जिला अध्यक्ष व दो बार प्रदेश कार्यसमिति सदस्य रह चकी हैं. इनका बेटा विकास नारोलिया मंडल अध्यक्ष रह चुका है.
बेटे पर जमीन पर कब्जा कर धमकाने के आरोप
बीजेपी महिला मोर्चा प्रदेशाध्यक्ष माया नारोलिया के पुत्र और मंडल अध्यक्ष विकास नारोलिया पर अपने मामा की 5 एकड़ जमीन पर अवैध कब्जा करने का आरोप लग चुका है. मंडल अध्यक्ष पर बेटियों ने धमकाने के भी आरोप लगाए थे. जमीनी विवाद की शिकायत नर्मदापुरम के माखननगर थाने में की गई थी. इस मामले में पुलिस ने जांच शुरू की थी. दरअसल, माखननगर तहसील क्षेत्र में गांव चीलाचोन निवासी वीरेंद्र कुमार अपनी बेटी विजयलक्ष्मी और रिंकी के साथ तहसील कार्यालय और बाद में पुलिस थाने पहुंचे. उन्होने लिखित आवेदन दिया, जिसमें कई गंभीर आरोप बीजेपी नेता पर लगाए. आरोप है कि विकास नारोलिया पिछले 8 वर्षों से उनके पिता की जमीन पर कब्जा किए हुए है.