लखनऊ :उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा विभाग कोरोना काल के बाद से कक्षा छह से 12वीं तक के छात्रों को पढ़ाई जाने वाली उर्दू की किताबें नहीं छपवा सका है. इसके चलते छात्र परेशान हैं. वहीं शिक्षक एनसीईआरटी की ई-बुक व पीडीएफ से पढ़ाई कराने को मजूबर हैं. इस बाबत लखनऊ समेत कई इंटर काॅलेजों के प्रिंसिपल ने पत्राचार किया है, लेकिन कोई समाधान नहीं निकला.
लखनऊ के इस्लामिया इंटर कॉलेज के प्रिंसिपल जमाल मोहम्मद ने बताया कि माध्यमिक शिक्षा विभाग से किताबें हासिल करने में काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. उर्दू सहित कई कोर्स की किताबें नहीं मिलने से बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है. लखनऊ के सनी इंटर कॉलेज के मैनेजर साद सिद्दीकी ने बताया कि कक्षा 6 से 12वीं तक के छात्र-छात्राओं की किताबें अबतक नहीं मिली हैं. ऐसे में पढ़ाई कराने में काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है.
बांदा जिले के वीआईपी इंटर कॉलेज की छात्रा लाइबा रहमान ने ईटीवी भारत से बताया कि कक्षा में सिर्फ एक या दो छात्रों को ही किताबें मिली हैं. ये किताबें भी बड़ी मशक्कत के बाद लखनऊ और कानपुर से मिली हैं. इसके अलावा उर्दू के छात्रों को किताबें नहीं मिली हैं. इसी कारण पढ़ाई चौपट हो रही है. कई बार बिना पढ़े ही परीक्षा देनी पड़ी. ऐसे में काफी कम नंबर मिले. यह समस्या कॉलेज के सभी छात्र-छात्राओं की है.