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यूपी में 3840 मेगावाट के नौ सोलर पार्कों से शुरू हुआ बिजली उत्पादन - Electricity generation in UP

योगी सरकार उत्तर प्रदेश की बिजली व्यवस्था को चुस्त दुरुस्त करना चाहती है. इस क्रम में सोलर सिस्टम को लेकर काफी फिक्रमंद है. इसके लिए बुंदेलखंड समेत प्रदेश के कई जिलों में सोलर पार्क की स्थापना की जा रही है. Electricity generation in UP

Electricity generation in UP
Electricity generation in UP (Photo Credit: ETV Bharat)

By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Aug 20, 2024, 8:10 AM IST

लखनऊ : उत्तर प्रदेश में 3840 मेगावाट बिजली उत्पादन क्षमता के नौ सोलर पार्कों की स्थापना की जा रही है, जिसमें से 528 मेगावाट बिजली का उत्पादन भी शुरू हो गया है. ये सोलर पार्क बुंदेलखंड और अन्य क्षेत्रों में स्थापित किए जा रहे हैं. प्रदेश में सौर ऊर्जा के क्षेत्र में विशेष रूप से सोलर पार्कों की स्थापना के लिए बड़े पैमाने पर निवेश प्राप्त हुआ है. सौर ऊर्जा की प्राकृतिक संभावना वाले चार राज्यों राजस्थान, गुजरात, आंध्र प्रदेश और मध्य प्रदेश के बाद उत्तर प्रदेश देश में पांचवें स्थान पर है, जहां पर सौर ऊर्जा उत्पादन के क्षेत्र में बड़े स्तर पर कार्य किया जा रहा है.




सौर ऊर्जा से 22 हजार मेगावाट विद्युत उत्पादन का लक्ष्य :सोलर पार्क के अलावा घरों की छतों पर रूफटॉप सोलर लगाना, सोलर नगरों की स्थापना, कृषि फॉर्म को सौर ऊर्जा से बिजली देना, पंप स्टोरेज और जैव ऊर्जा के उत्पादन पर भी प्रदेश सरकार का फोकस है. बायोमास ऊर्जा उत्पादन के क्षेत्र में भी यूपी देश में दूसरे स्थान पर है. पीएम सूर्य घर योजना के तहत प्रदेश में 25 लाख घरों की छतों पर सौर ऊर्जा संयंत्र स्थापित किए जा रहे हैं, जिससे लोगों को 300 यूनिट मुफ्त बिजली मिलेगी. प्रदेश में सौर ऊर्जा से 22 हजार मेगावाट विद्युत उत्पादन का लक्ष्य है. इसमें छह हजार मेगावाट निजी व सरकारी भवनों में सोलर रूफटॉप संयंत्रों की स्थापना करके की जाएगी और 14 हज़ार मेगावाट क्षमता की सौर उपयोगिता परियोजनाएं व सोलर पार्क स्थापित किए जाएंगे. राज्य में अभी तक 3871.17 मेगावाट ग्रिड से जुड़ी नवीकरणीय क्षमता स्थापित की गई हैं, साथ ही कैप्टिव उपयोग, तीसरे पक्ष की बिक्री और डिस्कॉम, यूपीपीसीएल को बिजली की खुली बिक्री के तहत 2594 मेगावाट की ग्राउंड माउंटेड परियोजना स्थापित की गई. घरों में 375 मेगावाट क्षमता के रूफटॉप सोलर सिस्टम स्थापित किए जा चुके हैं.




किसानों के निजी ऑनग्रिड पंप का सोलराइजेशन :पीएम कुसुम योजना के तहत 16.17 मेगावाट ग्रिड ट्यूबवेल को सौर ऊर्जा से संचालित किया जा रहा है. किसानों के निजी ऑनग्रिड पंप का सोलराइजेशन के साथ अलग कृषि विद्युत फीडरों का भी सोलराइजेशन कराया जाएगा. प्रदेश के 61 जिलों के गांवों में 886 मेगावाट के पेयजल पंपिंग स्टेशन सौर ऊर्जा से संचालित किए गए. पिछले एक वर्ष में 528 मेगावाट ग्राउंड माउंटेड यूटिलिटी स्केल चालू किया गया है. 6800 मेगावाट यूटिलिटी स्केल परियोजनाओं को स्थापित करने का कार्य किया जा रहा है.



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