लखनऊ : लखनऊ के बसंत कुंज में 4500 प्रधानमंत्री आवासों का पंजीकरण लगभग डेढ़ साल पहले किया गया था. इसके लिए लगभग 9000 लोगों ने आवेदन किए हैं. इनमें से बचे हुए 2300 आवासों की 9000 लोगों के बीच अब तक लाटरी नहीं की जा सकी है. हालांकि अब वह घड़ी नजर आ रही है. लखनऊ विकास प्राधिकरण ने इन आवास की लॉटरी की पूरी तैयारी कर ली है. अगले कुछ दिनों में तारीख घोषित की जाएगी. डूडा से पात्र आवेदकों की सूची LDA को मिल चुकी है. इसके आधार पर आगे की कार्यवाही की जाएगी जो लोग काफी समय से प्राधिकरण के चक्कर काट रहे हैं उनको राहत मिलेगी.
5 लाख रुपए का करना है किस्तों में भुगतानः पीएम आवास योजना के तहत तैयार किए गए इन फ्लैटों की कीमत करीब 7.5 लाख रुपए हैं. इसमें 2.5 रुपए का अनुदान पीएम आवास योजना के तहत आवेदकों को मिल जाएगा. आवेदकों को केवल 5 लाख रुपए का किस्तों में भुगतान करना होगा. इन फ्लैटों की लाटरी को लेकर आवेदक इंतजार कर रहे थे.
बैठक में सत्यापन के लिए कहा गया थाः करीब दो माह पहले लखनऊ विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष प्रथमेश कुमार और लखनऊ में डूडा के महत्वपूर्ण अधिकारियों के बीच में बैठक हुई थी. इसमें प्रधानमंत्री आवासों के सत्यापन को लेकर जोर दिया गया था. कहा गया है कि जल्द से जल्द आवेदकों का सत्यापन कर सूची प्राधिकरण को उपलब्ध करा दी जाए ताकि पात्र आवेदकों के बीच में लॉटरी कराकर उन्हें फ्लैट आवंटित किए जा सकें.
डूडा ने सौंपी सत्यापन लिस्टः यह सूची अब लखनऊ विकास प्राधिकरण को मिल गई है. इसके बाद में आवेदकों की समस्या हल हो जाएगी. लखनऊ विकास प्राधिकरण फाइनल सूची बना रहा है. इसको निकट भविष्य में लड़ा में चस्पा किया जाएगा और वेबसाइट पर अपलोड किया जाएगा. जहां से लोग अपने नाम देख सकेंगे और जिन लोगों का नाम नहीं होगा वह अपनी आपत्ति दर्ज कर सकेंगे. इसके आधार पर एक फाइनल सूची प्राधिकरण बनाएगा और उसके बाद लाटरी हो सकेगी.
एक साल से इंतजार कर रहे 9000 आवेदकः बता दें कि पिछले करीब करीब एक साल से इस योजना के लगभग 9000 आवेदक इंतजार कर रहे हैं. लाटरी न होने से उनका सब्र टूट रहा है. सभी इस इंतजार में लगे हुए हैं जब लाटरी आएगी तो उनको प्रधानमंत्री आवास मिलेगा. फ्लैटों की कुल संख्या 4500 से घटकर लगभग 2300 रह गई है. 2200 फ्लैट अकबरनगर के विस्थापितों को दिए जा चुके हैं. इससे अब आवेदकों की दिक्कतें बढ़ेंगी.
2300 फ्लैटों का ही आवंटन होगा: 4500 प्रधानमंत्री आवास के लिए 9000 आवेदकों ने आवेदन किए थे. आवेदक तो उतने ही है लेकिन फ्लैटों की संख्या घटकर 2300 ही रह गई है. अकबरनगर के विस्थापितों की वजह से इन सामान्य आवेदकों को अब परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. लखनऊ विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष प्रथमेश कुमार ने बताया कि हम इन लोगों को बहुत जल्द ही आवास आवंटित कर देंगे. इन आवासों की लॉटरी करने की प्रक्रिया हम तेज कर रहे हैं.निकट भविष्य में लॉटरी करके आवास आवंटन कर दिया जाएगा.