श्रीनगर गढ़वाल: उत्तराखंड में बीते दिनों सबसे बड़े फाइनेंशियल फ्रॉड की खबर आई. ये खबर फर्जी कोऑपरेटिव सोसाइटी THE LONI URBAN MULTI STATE CREDIT & TREFT CO-OPRATIVE SOCIETY (LUCC) से जुड़ी थी. उत्तराखंड पुलिस ने करोड़ों रुपए की ठगी के इस मामले में पांच लोगों को गिरफ्तार किया था. इनकी गिरफ्तारी के बाद पौड़ी, श्रीनगर, चमोली , जोशीमठ की LUCC की शाखाओं में असमंजस की स्थिति बन गई. उपभोक्ता अपनी मेहनत की गाढ़ी कमाई के लिए चिंतित होने लगे. इसे लेकर एजेंट भी उहापोह की स्थिति में नजर आये.
जिसके बाद आज श्रीनगर गढ़वाल स्थित LUCC की शाखा में जमकर हंगामा हुआ. बड़ी संख्या में उपभोक्ता श्रीनगर स्थित एलयूसीसी के कार्यलय पहुंचे. इस दौरान उपभोक्ता अपनी एफडी निकासी करने और जमा पैसों की वापसी को लेकर चिंतित दिखे. सभी ने एक स्वर में जल्द से जल्द पैसे वापस करने की मांग की.
इस मौके पर उपभोक्ताओं ने अपने जमा धनराशि का ब्यौरा मांगा, लेकिन कंपनी आईडी ब्लॉक होने का बात कहने पर उपभोक्ता भड़क उठे. इस मौके पर सरोज सिंह और संगीता ने बताया बीते 6 महिने से लगातार कंपनी से जमा की गयी धनराशि का ब्यौरा मांगा जा रहा है, लेकिन कंपनी आनाकानी कर रहीं है. उन्होंने कहा कंपनी में जमा किए जा रहे पैसों के मैसेज तो आ रहे हैं, किंतु कितने पैसे जमा हुए उसका कोई भी मैसेज नहीं दिखाई दे रहा है.
एलयूसीसी फाइनेंशियल फ्रॉड (ETV BHARAT) जब कंपनी के एजंटों और कर्मियों से खातों से सम्बंधित मामले में पूछा जा रहा है तो वह खातों को ब्लॉक बताकर उपभोक्ताओं को गुमराह करने का प्रयास कर रहें हैं. उन्होंने बताया 28 अक्टूबर को ही एक महिला की शिकायत पर पौड़ी पुलिस ने कंपनी के द्वारा उपभोक्ताओं के साथ की गयी 92 करोड़ की धोखाधड़ी पर 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया था. उपभोक्ताओं के आक्रोश को देखते हुए कार्यलय में मौजूद एजंटों और कर्मियों ने उन्हें 15 दिनों के अंदर भुगतान किये जाने की बात कही. जिसके बाद लोगों का गुस्सा शांत हुआ.
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