राजस्थान

rajasthan

ETV Bharat / state

आदर्श आचार संहिता में एनफोर्समेंट एजेंसियों की सख्ती - Lok Sabha Elections 2024

Strictness of Enforcement Agencies, लोकसभा चुनाव 2024 की आदर्श आचार संहिता की पालना को लेकर राजस्थान में अलग-अलग एनफोर्समेंट एजेंसियों ने सख्त रुख अख्तियार किया हुआ है. नतीजन मार्च महीने में अब तक 227 करोड़ की नशीली दवा, शराब, कीमती धातु, फ्रीबीज और अवैध नकदी जब्त की जा चुकी है.

Lok Sabha Elections 2024
Lok Sabha Elections 2024

By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Mar 23, 2024, 7:08 PM IST

जयपुर. प्रदेश में अलग-अलग एनफोर्समेंट एजेंसियां चुनाव को प्रभावित करने के उद्देश्य से संदिग्ध वस्तुओं और धन के अवैध उपयोग पर कड़ी निगरानी कर रही हैं. निर्वाचन विभाग के निर्देश पर लोकसभा आम चुनाव-2024 के मद्देनजर आदर्श आचार संहिता लागू होने के बाद 16 मार्च से अब तक एनफोर्समेंट एजेंसियों की ओर से पकड़ी गई वस्तुओं की कीमत 129 करोड़ रुपए से ज्यादा है.

मुख्य निर्वाचन अधिकारी प्रवीण गुप्ता ने बताया कि प्रदेश भर में लगातार जब्ती की कार्रवाई की जा रही हैं. 16 मार्च से अब तक कुल 11.25 करोड़ रुपए नकद, लगभग 17.49 करोड़ रुपए की ड्रग्स, लगभग 7.50 करोड़ की शराब और 22 करोड़ 64 लाख रुपए मूल्य की सोना-चांदी जैसी कीमती धातु की जब्ती की गई है. वहीं, करीब 66.96 करोड़ रुपए कीमत की अन्य सामग्री और 55.60 लाख रुपए से अधिक कीमत की फ्रीबीज भी जब्त की गई है. उन्होंने बताया कि राजस्थान में 7 जिलों में 10-10 करोड़ रुपए से अधिक मूल्य की संदिग्ध वस्तुएं और नकदी बरामद की गई. इनमें जयपुर, जोधपुर, पाली, उदयपुर, भीलवाड़ा, गंगानगर और बाड़मेर शामिल हैं. इनमें सर्वाधिक 31.47 करोड़ रुपए मूल्य की वस्तुओं की जब्ती जोधपुर में हुई है.

पढ़ें :Utility News : आचार संहिता के उल्लंघन पर ऐसे करें शिकायत, 100 मिनट में होगा निस्तारण - Complaint On C Vigil App

उधर, लोकसभा चुनाव को लेकर बनाई गई 'सी-विजिल' एप पर पिछले 7 दिन में प्रदेशभर में 1515 शिकायतें दर्ज की गई है. इनमें से 546 शिकायतों का तय समय में निस्तारण किया गया है. प्रवीण गुप्ता ने बताया कि प्रदेश में आदर्श आचार संहिता के लागू होने के बाद हर दिन 200 से ज्यादा शिकायतें मिल रही है. पिछले 7 दिन में प्राप्त 1515 शिकायतों में से 546 शिकायतों का रिटर्निंग ऑफिसर्स ने सही पाया और उनका तय समय सीमा में निस्तारण किया गया. 6 शिकायतें अभी जांच दलों और रिटर्निंग ऑफिसर्स के निर्णय के लिए लंबित हैं, जबकि 789 शिकायतें डीसीसी की ओर से ड्रॉप कर दी गई हैं. 'सी विजिल' पर सबसे ज्यादा 241 शिकायतें टोंक जिले से प्राप्त हुईं.

ABOUT THE AUTHOR

...view details