पटना: देश में लोकसभा चुनाव 2024 की तारीखों के एलान के साथ ही आचार संहिता लागू हो गई है. आचार संहिता लागूहोते ही पटना प्रशासन एक्टिव मोड में आ गया है. आदर्श आचार संहिता के अनुपालन के लिए शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में लगे पार्टियों और उम्मीदवारों के बैनर-पोस्टर को होर्डिंग्स से हटाने का सिलसिला शुरू हो गया है. राजधानी पटना में भी देखने को मिल रहा है. जहां पोस्टर और वॉल पेंट को हटाए जा रहे हैं.
पटना में हटाए गए पोस्टर:चुनाव की घोषणा के साथ ही देश में आचार संहिता लागू हो चुका है. आचार संहिता लागू होने का असर देर-रात से देखना शुरू हो गया था राजधानी पटना के वॉल पेंटिंग को मिटाए जाने लगे थे सड़कों पर देर रात अधिकारी मशक्कत करते देखे गए. इसके अलावा पटना के चौक चौराहों पर अर्धसैनिक बलों की तैनाती की गई है. जगह-जगह पर अर्ध सैनिक बलों के जवान सुबह से ही तैनात कर दिए गए आने-जाने वालों पर जवान पानी नजर रख रहे थे.
रोजगार को लेकर लगाए गए पोस्टर हो रहे हैं गायब: राजधानी पटना से राजनीतिक दलों के पोस्टरों को हटाने का काम शुरू हो गया. वॉल पेंटिंग को भी हटाने का काम शुरू हो गया है. रोजगार इस बार चुनावी मुद्दा रहने वाला है. पहले तेजस्वी यादव ने पूरे पटना शहर में उपमुख्यमंत्री रहते हुए पोस्टर लगवाई थी कि रोजगार का मतलब तेजस्वी यादव. कुछ ही दिनों के बाद सारे पोस्टर और वॉल पेंटिंग मिटा दिए गए. रोजगार का क्रेडिट लेने की होड़ लग गई और देखते ही देखते पूरे शहर में तेजस्वी के पोस्टर के जगह नीतीश कुमार की पोस्टर छाप दी गई.