बाड़मेर. लोकसभा चुनाव 2024 के दूसरे चरण के 13 लोकसभा क्षेत्रों में नाम वापसी की अवधि समाप्त होने के बाद स्थिति साफ हो गई है. अब 152 प्रत्याशी मुकाबले में रह गए हैं. इस प्रकार राजस्थान के सभी 25 लोकसभा क्षेत्रों में कुल 266 प्रत्याशी मैदान में हैं. पहले और दूसरे चरण के नामांकन वापसी के बाद प्रदेश की 3 तीन लोकसभा सीटों पर निर्दलीय और अन्य दलों के प्रत्याशियों ने कांग्रेस-बीजेपी की चिंता बढ़ा दी हैं. नाम वापसी के बाद अब बाड़मेर- जैसलमेर लोकसभा सीट पर तस्वीर साफ हो गई है. दरअसल बाड़मेर- जैसलमेर लोकसभा सीट पर नामांकन प्रक्रिया में 20 प्रत्याशियों ने 30 नामांकन पत्र दाखिल किए. नाम वापसी प्रक्रिया के तहत अंतिम दिवस सोमवार को रिटर्निंग अधिकारी निशांत जैन के समक्ष उपस्थित होकर 6 उम्मीदवारो ने पर्चा वापस लिया. बाड़मेर संसदीय क्षेत्र के रिटर्निंग अधिकारी निशांत जैन ने बताया कि लोकसभा चुनाव 2024 के तहत नामांकन वापसी प्रक्रिया के अंतिम दिवस निर्दलीय प्रत्याशियों मोती राम मेणसा, हरीश कुमार, किशनलाल, अशोक दान देथा, खेतसिंह राजपुरोहित एवं नेमीचंद ने अपना नामांकन वापस लिया. जिसके बाद अब चुनाव मैदान में शेष रहे 11 उम्मीदवारों को चुनाव चिह्न आवंटित कर दिए गए हैं.
त्रिकोणीय घमासान :लोकसभा चुनाव को लेकर बाड़मेर - जैसलमेर हॉट सीट बनी हुई है. केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी पर दोबारा भरोसा जताते हुए भाजपा ने उन्हें दूसरी बार प्रत्याशी बनाया है. वहीं कांग्रेस ने आरएलपी छोड़ कांग्रेस में शमिल हुए उम्मेदाराम बेनीवाल को मैदान में उतरा है. जबकि भाजपा से बागी होकर शिव विधानसभा से निर्दलीय विधायक बने रविंद्र सिंह भाटी ने लोकसभा चुनाव में भी ताल ठोकते हुए निर्दलीय चुनाव मैदान में हैं. इस सीट को साधने के लिए भाजपा - कांग्रेस ने पूरी ताकत झोंक दी है तो वहीं निर्दलीय प्रत्याशी रविंद्रसिंह भाटी भी पूरा जोर लगा रहे है. ऐसे में इस सीट पर आगामी लोकसभा चुनाव में कड़ा मुकाबला देखने को मिल सकता है.