पटनाः बेटे सन्नी हजारी के कांग्रेस में शामिल होने के बाद समस्तीपुर से लोकसभा चुनाव लड़ने की चर्चाओं के बाद जेडीयू नेता और बिहार के सूचना जनसंपर्क मंत्री महेश्वर हजारी सवालों के घेरे में हैं, वहीं महेश्वर हजारी का कहना है कि बेटा अपना फैसला लेने के लिए स्वतंत्र है और उससे मेरी निष्ठा पर कोई फर्क नहीं पड़ता है. उन्होंने कहा कि वो पूरी निष्ठा के साथ पार्टी और गठबंधन के लिए काम कर रहे हैं.
'अभी तो टिकट फाइनल नहीं हुआ है': बेटे सन्नी हजारी के कांग्रेस के टिकट पर समस्तीपुर से चुनाव लड़ने की चर्चाओं पर मंत्री महेश्वर हजारी ने कहा कि "अभी तो टिकट फाइनल भी नहीं हुआ है. हम जहां है, वहां निष्ठावान है. एडल्ट हो गया, वयस्क हो गया, सबको सब जगह जाने का अधिकार हैं. हम जहां है वहां देख रहे हैं कि निष्ठा पूर्वक काम कर रहे हैं."
कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ सकते हैं सन्नी हजारीः जेडीयू के वरिष्ठ नेता महेश्वर हजारी के पुत्र सन्नी हजारी समस्तीपुर से लोकसभा चुनाव लड़ना चाहते थे, इसको लेकर महेश्वर हजारी ने एलजेपीआर के अध्यक्ष चिराग पासवान से मुलाकात भी की थी. लेकिन सन्नी हजारी को टिकट नहीं मिला. टिकट नहीं मिलने से नाराज सन्नी हजारी ने पिछले दिनों कांग्रेस ज्वाइन कर ली थी जिसके बाद माना जा रहा है कि सन्नी समस्तीपुर से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ सकते हैं.
दो मंत्री संतानों के बीच हो सकती है भिड़ंतः समस्तीपुर लोकसभा सीट से NDA ने जेडीयू नेता और नीतीश कैबिनेट के मंत्री अशोक चौधरी की बेटी शांभवी चौधरी को मैदान में उतारा है, वहीं अब सन्नी हजारी के भी समस्तीपुर के रण में उतरने की संभावना जताई जा रही है. समस्तीपुर लोकसभा सीट कांग्रेस के खाते में आई है और कांग्रेस ने यहां से अभी तक कैंडिडेट तय नहीं किया. माना जा रहा है कि कांग्रेस सन्नी हजारी को टिकट देकर मुकाबले को रोचक बना सकती है.