पटना : लोकसभा चुनाव 2024 में अब बहुत ज्यादा समय नहीं है. चुनाव आयोग मार्च में कभी भी लोकसभा चुनाव का ऐलान करेगा. लेकिन मार्च की शुरुआत में ही बिहार में राजनीतिक हलचल बढ़ने वाली है. 2 मार्च को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और नीतीश कुमार लोकसभा चुनाव प्रचार का बिगुल फूकेंगे तो दूसरी तरफ 3 मार्च को इंडिया गठबंधन के लिए राहुल गांधी और तेजस्वी यादव, लालू के साथ पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान से बिगुल बजाएंगे. दोनों तरफ से बिहार के लोकसभा की 40 सीटों को साधने की तो कोशिश होगी ही, पूरे देश को एक मैसेज देने की भी कोशिश की जाएगी.
नीतीश और मोदी की रैली: बिहार में ही इंडिया गठबंधन की नींव रखी गई थी. नीतीश कुमार ने विपक्षी दलों को एकजुट करने का अभियान पटना से ही शुरू किया था. लेकिन नीतीश कुमार के एनडीए में आने के बाद बिहार में और पूरे देश में इंडिया गठबंधन को बड़ा झटका लगा है. ऐसे तो कांग्रेस ने आप और समाजवादी पार्टी से समझौता किया है. बिहार में इंडिया गठबंधन में राजद कांग्रेस वामपंथी दल भी शामिल हैं.
राहुल के साथ तेजस्वी भरेंगे हुंकार: सरकार से बाहर निकालने के बाद तेजस्वी यादव जन विश्वास यात्रा कर रहे हैं. 17 महीने के अपने कामकाज को गिनाने में लगे हैं. जिसमें शिक्षकों की बहाली का सबसे बड़ा मुद्दा उठा रहे हैं. बिहार का भविष्य बनाने का वादा भी कर रहे हैं. जन विश्वास यात्रा के बाद 3 मार्च को पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान में जन विश्वास रैली करेंगे. इंडिया गठबंधन के दिग्गज नेता भी शामिल होंगे. इसमें लालू प्रसाद यादव, पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी और तेजस्वी यादव तो रहेंगे ही साथ ही सीताराम येचुरी, डी राजा सरीखे नेता भी रहेंगे.
ताकत दिखाने की कोशिश करेंगे दल : इंडिया गठबंधन 3 मार्च को अपनी ताकत दिखाने की कोशिश भी करेगा. पूरे देश को एक मैसेज देने की भी कोशिश होगी. एक तरह से इंडिया गठबंधन की ओर से 3 मार्च को लोकसभा चुनाव का बिगुल फूंका जाएगा. बिहार के 40 सीटों पर अपनी दावेदारी ठोकी जाएगी. लेकिन उससे एक दिन पहले 2 मार्च को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नीतीश कुमार के साथ औरंगाबाद और बेगूसराय में जनसभा का संबोधित करेंगे और पूरे देश को एक मैसेज देने की कोशिश करेंगे. प्रधानमंत्री बिहार को कई तोहफा भी देंगे जिसमें गंगा नदी पर सिक्स लेन पुल का शिलान्यास, बिहार के पहले सिक्स लेन एक्सप्रेसवे का शिलान्यास और दरभंगा एम्स का शिलान्यास भी शामिल है. तो वहीं कई योजनाओं का उद्घाटन भी करेंगे. पीएम मोदी अपनी गारंटी और नीतीश कुमार शिक्षक बहाली से लेकर जातीय जनगणना का जिक्र भी कर सकते हैं.
देश को मैसेज देंगे सभी गठबंधन : 2019 में नीतीश कुमार एनडीए में थे उस समय एनडीए को 40 में से 39 सीट जीत मिली थी. 17 बीजेपी को 16 जदयू को और छह लोजपा को जीत मिली थी. कांग्रेस को एक सीट मिली थी और राजद का खाता तक नहीं खुला था. इस बार नरेंद्र मोदी और नीतीश कुमार बिहार उत्तर प्रदेश मिलाकर 120 सीट जीतने की बात कर रहे हैं. तो बिहार की 40 सीट महत्वपूर्ण है. राजनीतिक विशेषज्ञ प्रोफेसर अजय झा का कहना है कि ''यह दिलचस्प है क्योंकि इंडिया गठबंधन की नींव बिहार में ही नीतीश कुमार ने रखी थी अब नीतीश कुमार अलग हो गए हैं. लोकसभा चुनाव से ठीक पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बिहार में फिर से NDA की सरकार बनने के बाद पहली रैली करने जा रहे हैं. नीतीश कुमार के साथ नरेंद्र मोदी पूरे देश को एक मैसेज देंगे.''