प्रयागराज: Allahabad Lok Sabha Seat Result Date: संगम नगरी प्रयागराज की इलाहाबाद लोकसभा सीट पर चुनाव लड़ रहे दो उम्मीदवारों के साथ ही उनके पिता की साख भी दांव पर लगी हुई है. भाजपा की तरफ से जहां केशरी नाथ त्रिपाठी के बेटे नीरज त्रिपाठी और सपा कांग्रेस गठबंधन की तरफ से सपा के संस्थापक सदस्य कुंवर रेवती रमण सिंह के बेटे उज्ज्वल रमण सिंह को कांग्रेस ने टिकट देकर उम्मीदवार घोषित किया है.
रेवती रमण सिंह जहां खुद अपने बेटे उज्ज्वल रमण के चुनाव प्रचार की कमान संभाल रहे हैं, वहीं नीरज त्रिपाठी अपने स्वर्गीय पिता पंडित केशरी नाथ त्रिपाठी के नाम और उनके कार्यों को गिनाकर भी जनता से वोट मांग रहे हैं.
इलाहाबाद सीट से प्रयागराज के दो बड़े राजनीतिक घरानों के बीच चुनावी जंग शुरू हो चुकी है. एक तरफ जहां भाजपा के कद्दावर नेता रहे पंडित केशरी नाथ त्रिपाठी शहर दक्षिणी सीट से 5 बार विधायक चुने गए थे. इसके साथ ही वो यूपी विधानसभा के अध्यक्ष और पश्चिम बंगाल के राज्यपाल भी रहे.
साल भर पहले उनका निधन हो गया था. अब 2024 के इस चुनाव में भाजपा ने वर्तमान सांसद रीता बहुगुणा जोशी का टिकट काटकर नीरज त्रिपाठी को उम्मीदवार बनाया है. जबकि कांग्रेस ने सपा गठबंधन के तहत सपा के कद्दावर नेता करछना विधानसभा से 8 बार के विधायक इलाहाबाद सीट से दो बार के सांसद और एक बार राज्य सभा सांसद के साथ ही उपनेता सदन रहे कुंवर रेवती रमण सिंह के बेटे उज्ज्वल रमण सिंह को कैंडिडेट बनाया है.
सपा कांग्रेस गठबंधन के प्रत्याशी उज्ज्वल रमण सिंह ने जहां दिल्ली युनिवर्सिटी से वकालत की डिग्री ली है, वहीं भाजपा के उम्मीदवार नीरज त्रिपाठी ने भी वकालत की डिग्री लेने के साथ ही हाईकोर्ट में प्रैक्टिस भी करते रहे हैं. सरकार ने नीरज त्रिपाठी को अपर महाधिवक्ता भी मनोनीत किया था.
नीरज त्रिपाठी के चुनाव प्रचार करने में इसी कारण अधिवक्ताओं की भीड़ भी दिखती है. नीरज त्रिपाठी का जन्म 16 जून 1966 को हुआ है और वो पिछले 21 सालों से वकालत के पेशे में हैं. जबकि उज्ज्वल रमण सिंह का जन्म 16 फरवरी 1973 में हुआ है और दो दशक से राजनीति में सक्रिय रहे हैं.
प्रयागराज की इलाहाबाद लोकसभा सीट के लिए 6वें चरण में 25 मई को मतदान होगा. प्रयागराज में नामांकन के बाद चुनावी सरगर्मी बढ़ेगी. चुनाव से महीने भर पहले से भाजपा और इंडिया गठबंधन के प्रत्याशी चुनाव प्रचार के लिए जनता के बीच जाने लगे हैं.
हालांकि चुनाव प्रचार मई से रफ्तार पकड़ेगा. इस दौरान चुनाव प्रचार में दोनों ही प्रत्याशी अपने राजनीतिक घराने से होने की बात बताने के साथ ही अपने अपने पिता के द्वारा जनता के लिए किए गए कार्यों को गिनाने से पीछे नहीं हट रहे हैं.