चंडीगढ़: लोकसभा चुनाव नजदीक है. लिहाजा विभिन्न राजनीतिक दलों के कार्यकर्ता, नेता, मंत्री चुनाव की तैयारियों में जुटे हैं. सत्ता पक्ष हो या विपक्ष सभी समाज के हर वर्ग को साथ लेकर लोकसभा चुनाव में प्रचंड जीत के लिए प्रचार में जुटे हैं. इस बीच जनता ने भी तैयारी कर ली है कि वो किन मुद्दों और किन बातों को ध्यान में रखकर अपने मत का इस्तेमाल करेंगे. ईटीवी भारत से बातचीत में अंबाला लोकसभा क्षेत्र के पंचकूला के युवाओं ने बताया कि मौजूदा सांसद उनकी उम्मीदों पर कितना खरा उतरा और किन मुद्दों और मांगों को ध्यान में रखकर वो लोकसभा चुनाव 2024 के लिए मतदान करेंगे.
'शिक्षा क्षेत्र में काम करें सरकार': पंचकूला सेक्टर-1 स्थित गवर्नमेंट पीजी कॉलेज के छात्र जसविंदर सिंह ने कहा "धर्म की राजनीति के बजाय शिक्षा क्षेत्र के लिए काम किया जाना चाहिए. आईआईएम/आईआईटी स्थापित करने को लेकर प्रचार तो खूब किया जाता है, लेकिन ये कार्य केवल कागजों में ही दबकर रह जाते हैं. पूर्व की सरकारों में रोजगार और शिक्षा पर बात की जाती थी, लेकिन वर्तमान समय में धर्म की राजनीति का अधिक बोलबाला है."
'3 साल की भर्ती ने फौज की दिलचस्पी घटाई': छात्र शैलेश बिष्ट ने कहा "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फौज के लिए 3 साल की अनुबंध भर्ती प्रक्रिया शुरू कराई, लेकिन इससे युवाओं में फौज में जाने की दिलचस्पी कम हो गई है. यहां तक की फौज का अस्तित्व भी डगमगाया है. युवा अपने भविष्य को लेकर चिंतित हैं, क्योंकि खिलाड़ियों और छात्रों को रोजगार प्रदान करने के नए रास्ते खोले जाने चाहिए. डिग्रियां लेकर भी रोजगार नहीं मिलने से युवा परेशानी में हैं."