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रामलला प्राण प्रतिष्ठा पर हरिपुर में जयकारों के साथ हुआ शिलाओं का संग्रह, राममय हुआ यमुना घाट - हरिपुर में शिलाओं का संग्रहण

Stones Collection in Haripur विकासनगर के हरिपुर में यमुना घाट और कृष्ण धाम बनाया जा रहा है. जिसे लेकर आज यमुना तट पर शिलाओं का संग्रहण किया गया. इस दौरान शिलाओं को जय श्री राम, जय मां जमुना, जय श्री कृष्ण, जय हरि धाम आदि पर लिखकर संग्रहित किया गया. इस दौरान पूरा घाट जयकारों से गूंज उठा.

Haripur Teerth in Vikasnagar
हरिपुर में शिलाओं का संग्रहण

By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Jan 22, 2024, 4:49 PM IST

Updated : Jan 22, 2024, 5:45 PM IST

हरिपुर में जयकारों के साथ हुआ शिलाओं का संग्रह

विकासनगर: अयोध्या में राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा हो गई है. ऐसे में देश और विदेशों में लोग राम की भक्ति में लीन हैं. इस मौके पर जौनसार बावर के प्रवेश द्वार कालसी हरिपुर में यमुना घाट पर अनूठी छटा देखने को मिली. यमुना घाट पर लोक पंचायत यमुना तीर्थ समिति ने शिलाओं का संग्रहण किया. इस दौरान पूरा इलाका जय श्री राम और मां यमुना के जयकारों से गूंज उठा.

शिलाओं का संग्रहण करते लोग

मान्यता है कि एक समय में हरिपुर भी हरिद्वार की तर्ज पर तीर्थ के रूप में विकसित था. जिसका उल्लेख वेदों और पुराणों में मिलता है. जिसे देखते हुए अब यमुना घाट को विकसित किया जा रहा है. महासू मंदिर हनोल के राजगुरु चंदराम राजगुरु ने बताया कि हरिपुर जौनसार बावर का प्रवेश द्वार है. आध्यात्मिक रूप से यह महत्वपूर्ण स्थल है. जिसका वर्णन वेद शास्त्रों में भी है. यहां चार नदियों का संगम है. जिसमें यमुना, टोंस, अमलावा और नोरा नदी शामिल हैं. इस वजह से यह स्थान अहम हो जाता है.

हरिपुर में शिलाओं का संग्रहण
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उन्होंने बताया कि आज राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा पर लोक पंचायत यमुना तीर्थ समिति हरिपुर ने शिला संग्रहण का कार्यक्रम रखा, जो वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ संपन्न हुआ. यमुना घाट को विकसित करने के लिए क्षेत्र के लोग प्रयास कर रहे हैं. यमुनोत्री और गंगोत्री यात्रा भी यहीं से शुरू होती है. इसके अलावा महासू महाराज की यात्रा भी यहीं से शुरू होती है. अब हरिपुर के यमुना घाट को इस तरह से विकसित किया जा रहा है कि श्रद्धालु यहां से मां यमुना की आरती कर अपनी यात्रा को शुरू करें.

शिलाओं पर लिखा गया जय जमुना कृष्ण धाम

वहीं, लोक पंचायत यमुना तीर्थ समिति हरिपुर के सदस्य भारत चौहान ने कहा कि अयोध्या में भगवान रामचंद्र के मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा हो चुकी है. यमुना तीर्थ समिति ने भी निर्णय लिया था कि हरि घाट यानी हरिपुर को विकसित किया जाए. यहां पर अशोक का शिलालेख भी है. इसके अलावा अश्वमेध यज्ञ का स्थान भी यहीं पर है. अब यहां पर यमुना तीर्थ धाम बनाया जाना है. साथ ही यहां पर मां यमुना की प्रतिमा भी लगाई जाएगी.
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Last Updated : Jan 22, 2024, 5:45 PM IST

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