नई दिल्ली: नई दिल्ली नगरपालिका परिषद की काउंसिल का गठन किया गया जिस में मनोनीत हुए चेयरमैन और उपाध्यक्ष समेत अन्य सदस्यों ने आज दिल्ली राज निवास में अपने पदों की शपथ ली. दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने मनोनीत अध्यक्ष, उपाध्यक्ष और एनडीएमसी के सदस्यों को शपथ दिलाई. इस शपथ ग्रहण कार्यक्रम में दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी भी पहुंची. सिविल लाइन स्थित राज निवास में हुए इस कार्यक्रम में नई दिल्ली से बीजेपी सांसद बांसुरी स्वराज ने बतौर एनडीएमसी में सदस्य के रूप में शपथ ली है.
बता दें कि सबसे पहले नई दिल्ली लोकसभा से सांसद बांसुरी स्वराज ने शपथ ली, उसके बाद एनडीएमसी के नए अध्यक्ष केशव चंद्र ने शपथ ली है. फिर उसके बाद नई दिल्ली नगर पालिका परिषद के उपाध्यक्ष कुलजीत चहल ने शपथ ली है. नई दिल्ली नगर पालिका परिषद में सदस्य के रूप में दिल्ली कैंट से विधायक वीरेंद्र कादियान ने भी शपथ ली है. इसके साथ ही दिल्ली भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष दिनेश प्रताप सिंह, सरिता तोमर और अनिल वाल्मीकि ने एनडीएमसी की सदस्य के रूप में शपथ ली है.
NDMC के इस शपथग्रहण समारोह में आज दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी भी पहुंची थी. इसके अलावा बीजेपी सांसद योगेंद्र चंदोलिया, केंद्रीय राज्य मंत्री हर्ष मल्होत्रा और दिल्ली के अन्य सांसद भी इस शपथ ग्रहण कार्यक्रम में पहुंचे थे.
कुलजीत सिंह ने अपना पदभार संभालाःआज कुलजीत सिंह चाहल ने नई दिल्ली नगर पालिका परिषद (NDMC) के उपाध्यक्ष के रूप में अपना पदभार संभाला और इस अवसर पर पालिका केंद्र कन्वेंशन सेंटर में आयोजित एक भव्य समारोह में शामिल हुए. इस अवसर पर बाजार व्यापार संघों (MTAs), निवासी कल्याण संघों (RWAs), भाजपा कार्यकर्ताओं और हजारों कर्मचारियों सहित बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे.
कर्मचारियों की स्थायी नियुक्ति में चाहल की भूमिका: समारोह में कुलजीत चाहल के प्रति व्यापक समर्थन और हर्षोल्लास का माहौल था, क्योंकि चाहल को नई दिल्ली के नागरिकों की सेवा में उनके लंबे समय तक किए गए कार्यों के लिए अत्यधिक सम्मानित किया जाता है. उन्होंने COVID-19 महामारी के दौरान NDMC कर्मचारियों के साथ कड़ी मेहनत की और उनके साथ हर कठिन और खुशहाल क्षण में खड़ा रहे. चाहल ने 4,500 NDMC कर्मचारियों की स्थायी नियुक्ति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, जो कि एक ऐतिहासिक निर्णय था, जिसे माननीय केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा अनुमोदित किया गया था, और इस निर्णय ने उन नियमित मास्टर रोल श्रमिकों के जीवन को सकारात्मक रूप से प्रभावित किया, जिन्होंने लंबे समय से स्थायी पदों का इंतजार किया था.
पहले 100 दिनों के लिए एजेंडा:चहल ने अपने पहले 100 दिनों में कार्यालय में अपने प्रमुख उद्देश्य का खाका प्रस्तुत किया, जिसमें उन्होंने NDMC क्षेत्र को स्वच्छ, स्मार्ट और डिजिटल रूप से एकीकृत बनाने के लिए अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त की. उनकी प्राथमिकताओं में निम्नलिखित शामिल होंगे.
स्वच्छता और स्वास्थ्य:शहरी स्वच्छता में सुधार के लिए व्यापक स्वच्छता अभियान की आवश्यकता पर जोर दिया. इसमें एक मजबूत स्वच्छता निगरानी प्रणाली की शुरुआत और कचरा प्रबंधन प्रथाओं को बेहतर बनाना शामिल होगा. इसके अतिरिक्त, सार्वजनिक शौचालयों की स्थिति को समयबद्ध तरीके से सुधारा जाएगा.