रांची: नगर निकाय चुनाव को लेकर झारखंड हाई कोर्ट के द्वारा दिए गए आदेश के बाद विपक्ष ने राज्य सरकार पर जमकर हमला बोला है. नेता प्रतिपक्ष अमर कुमार बाउरी ने सत्तारूढ़ झारखंड मुक्ति मोर्चा, कांग्रेस और राजद पर निशाना साधते हुए कहा है कि नगर निकाय चुनाव नहीं कराने के पीछे राज्य सरकार की मंशा भ्रष्टाचार को बढ़ावा देना है.
भाजपा प्रदेश कार्यालय में मंगलवार 9 अप्रैल को मीडियाकर्मियों को संबोधित करते हुए नेता प्रतिपक्ष ने मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन को दिवस मुख्यमंत्री बताते हुए कहा कि उन्हें पार्टी में तवज्जो नहीं दी जा रही है. नगर निकाय चुनाव को लेकर हाईकोर्ट के द्वारा दिए गए फैसले पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि राज सरकार की मनसा साफ नहीं है यह सरकार नगर निकायों के माध्यम से भ्रष्टाचार को बढ़ावा देना चाहती है क्योंकि सरकार को पता है कि बिना ट्रिपल टेस्ट के चुनाव नहीं कराए जा सकते. यह सरकार ट्रिपल टेस्ट कराने की दिशा में भी शांत बैठी है. हालत यह है कि पिछड़ा वर्ग आयोग भी पूरी तरह से गठित नहीं हुआ है.
लोकतंत्र की दुहाई देने वाले हर दिन लोकतंत्र की हत्या करते हैं-बाउरी
राज सरकार पर संवैधानिक संस्थाओं की उपेक्षा करने का आरोप लगाते हुए नेता प्रतिपक्ष अमर कुमार बाउरी ने कहा है कि सरकार संवैधानिक संस्थाओं का गठन करने को लेकर सिर्फ गलत बयानी करके जनता को दिगभ्रमित करती रही है. इसका प्रत्यक्ष उदाहरण सूचना आयुक्त के संबंध में दी गई गलत सूचना के पीछे का मकसद यह है कि भ्रष्टाचार पर पर्दा किस तरह से डाला जाए. ऐसे में यही कहा जा सकता है कि लोकतंत्र की दुहाई देने वाले हर दिन लोकतंत्र की हत्या करते हैं. इनका इतिहास भी कुछ इसी तरह का रहा है चाहे आपातकाल हो या निकाय चुनाव को टालना सब लोकतंत्र को कमजोर करने वाला कम है.
उन्होंने कहा कि अर्जुन मुंडा के समय भाजपा की सरकार ने 30 वर्षों से लंबित पंचायत चुनाव कराकर इस राज्य में लोकतंत्र को मजबूत करने का काम किया. उसके बाद रघुवर सरकार ने निकाय चुनाव संपन्न कराए. ऐसे में राज्य की जनता समझ गई है कि इस सरकार में कामकाज किस तरह से होते हैं. इसलिए आगामी लोकसभा चुनाव में झारखंड की जनता सभी 14 लोकसभा सीट के साथ-साथ गांडेय सीट पर भी एनडीए को जीताकर ठगबंधन को सबक सिखाने का काम करेगी.