लखनऊ: राजधानी लखनऊ के जानकीपुरम में पूर्व पीएम अटल बिहारी बाजपेई की कविताओं का शिलालेख लखनऊ विकास प्राधिकरण ने तोड़ दिया. शिलालेख के बिखरे मलबे को देखकर स्थानीय निवासियों का गुस्सा भड़क गया और इलाके में हंगामा मच गया. क्षेत्र के लोग धरना प्रदर्शन करने लगे. जबकी पूर्व प्रधानमंत्री की जनशताब्दी को सरकार अपने स्तर पर मनाने जा रही है. ऐसे में लखनऊ विकास प्राधिकरण अटलजी का अपमान कर रहा है. इलाके के लोगों के समर्थन में बक्शी का तालाब से बीजेपी के विधायक योगेश शुक्ला भी कुछ देर धरने पर बैठे. दूसरी और लखनऊ विकास प्राधिकरण ने पूरे मामले पर कहा कि अटल चौराहे पर अटल बिहारी बाजपेई की प्रतिमा लगाई जानी है और यहां उनकी कविताओं के नए शिलालेख भी लगाए जाएंगे.
बता दें कि, एक ओर बीजेपी पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेई की जन्मशती मनाने के लिए जोर शोर से तैयारी में जुटी है, वहीं अटलजी की कविताओं की लिखी शिलापट को एलडीए ने तोड़कर जमींदोज कर दिया. सुंदरीकरण के नाम पर जानकीपुरम स्थित अटल चौराहे पर लगी शिलापट जिस पर उनकी कविताएं लिखी हुई थीं उसे तोड़ दिया. स्थानीय लोगों को जब इस बात की जानकारी हुई तो एडवोकेट विनय कृष्ण पाण्डेय के नेतृत्व में सैकड़ों लोग धरने पर बैठ गए. स्थानीय विधायक योगेश शुक्ला भी मौके पर धरना दे रहे लोगों के समर्थन में पहुंच गए है. उन्होंने एलडीए के इस गैर जिम्मेदाराना रवैया पर कड़ी नाराजगी जताई. लखनऊ विकास प्राधिकरण की ओर से चौराहे को पूरी तरह से क्षतिग्रस्त कर दिए जाने से लोग आहत हैं. स्थानीय निवासियों का कहना है कि शताब्दी वर्ष में इस तरह की कार्रवाई अटल जी की स्मृति का अपमान है.