लातेहार:जिले के चंदवा प्रखंड के रहने वाले मजदूर ईंट भट्ठा में काम करने के लिए बिहार के जहानाबाद जिले के मखदुमपुर गए हुए थे. भट्ठा संचालक के द्वारा मजदूरों के साथ काफी बुरा बर्ताव किया जाता था. जिससे परेशान होकर अधिकांश मजदूर वहां से भाग गए थे. मजदूरों के भाग जाने से नाराज भट्ठा संचालक ने सात मजदूरों को बंधक बना लिया था. इन मजदूरों को सिर्फ काम के लिए बाहर निकाला जाता था. उसके बाद रात में एक कमरे में बंद कर रखा जाता था. इसी बीच एक मजदूर सराज पवारिया ने फोन के माध्यम से अपने परिवार वालों को घटना की जानकारी दी. घटना की जानकारी मिलने के बाद मजदूर के परिजन लातेहार डीसी से मिलकर मदद की गुहार लगाई.
जानकारी मिलते ही डीसी ने की कार्रवाई
मजदूर के परिजनों के द्वारा जब डीसी गरिमा सिंह को जानकारी दी गई तो उन्होंने इसे गंभीरता से लेते हुए तत्काल कार्रवाई आरंभ कर दी. डीसी ने तत्काल जहानाबाद डीएम को फोन कर घटना की जानकारी दी और मामले में एक्शन लेने का अनुरोध किया. लातेहार डीसी का फोन जाने के बाद जहानाबाद जिला प्रशासन हरकत में आया और मखदुमपुर पुलिस को मामले की जांच करने का निर्देश दिया. डीएम से आदेश मिलने के बाद मखदुमपुर पुलिस ने भट्ठा पर जाकर जब छानबीन की तो मजदूरों के द्वारा लगाए गए आरोप को पूरी तरह सत्य पाया. पुलिस ने बंधक बनाए गए सभी साथ मजदूरों को मुक्त कराया और उन्हें लातेहार भेज दिया. सभी मजदूर सकुशल लातेहार पहुंच गए.
डीसी से मिलकर जताया आभार
लातेहार पहुंचने के बाद मजदूर सराज तथा उनके परिजन डीसी गरिमा सिंह से मिलने पहुंचे. मजदूर के परिजनों ने डीसी से मिलकर उनका आभार जताया. सराज की मां ने बताया कि जिस प्रकार उसके बेटे को बंधक बनाया गया था उससे ऐसा लग रहा था कि अब उसका बेटा शायद वापस भी ना आ पाए, परंतु लातेहार डीसी से मदद की गुहार लगाई तो 24 घंटे के अंदर उनका बेटा घर आ गया.
डीसी की हो रही है चारो ओर तारीफ