पटना: राजधानी पटना के विद्युत भवन के सभागार में सौर ऊर्जा परियोजनाओं की समीक्षा बैठक की गई. इस दौरान बांका में बन रहे बिहार के सबसे बड़े 50 मेगावाट क्षमता की सौर ऊर्जा पावर प्रोजेक्ट की समीक्षा करते हुए ऊर्जा विभाग के प्रधान सचिव संजीव हंस ने कहा कि ऊर्जा परियोजनाओं के निर्माण की गति में और तेजी लाने की जरूरत है.
अक्षय ऊर्जा को विकसित करने की जरूरत: संजीव हंस ने कहा कि बिहार में अक्षय ऊर्जा को निरंतर विकसित करने की जरूरत है. जंगल, पहाड़ और नदियों के आसपास बसे गांवों में बैटरी स्टोरेज के साथ सौर ऊर्जा परियोजनाओं पर विशेष रूप से कार्य करने की आवश्यकता है. हंस ने ऊर्जा विभाग एवं सभी विद्युत कंपनियों के अधिकारियों को राज्य में अक्षय ऊर्जा प्लांट की स्थापना से संबंधित विभिन्न प्रक्रिया की एक सरल मानक संचालन प्रक्रिया (स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर) बनाने का निर्देश दिया.
प्लांट लगाने का दिया सुझाव:संजीव हंस ने अवाडा ग्रुप को बांका में बिहार के सबसे बड़े सौर ऊर्जा पावर प्रोजेक्ट 50 मेगावाट सोलर प्लांट के सफल कमीशनिंग के लिए बधाई दी. अवाडा ग्रुप की ओर से बांका में 50 मेगावाट के सोलर पावर प्लांट की प्रगति रिपोर्ट भी पेश की गई. अपने प्रेजेंटेशन के दौरान अवाडा ग्रुप ने कुछ जगहों पर सौर ऊर्जा परियोजना के लिए प्लांट लगाने का भी सुझाव दिया है. कंपनी द्वारा दरभंगा में भी मार्च 2022 में 1.8 मेगावाट का फ्लोटिंग सोलर पावर प्लांट सफलतापूर्वक कमीशन किया गया था.