पलामू: राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने पलामू लोकसभा सीट के लिए एक बड़ा गेम प्लान तैयार किया है. भाजपा से दो बार के सांसद रहने वाले पूर्व डीजीपी विष्णुदयाल राम के खिलाफ महिला प्रत्याशी ममता भुइयां को खड़ा किया है. राष्ट्रीय जनता दल पलामू लोकसभा सीट को परंपरागत मानती रही है और 2005 से लगातार चुनाव लड़ रही है.
2005 और 2007 के चुनाव मे राजद को सफलता भी मिली है. पलामू लोकसभा सीट पर इंडिया गठबंधन की तरफ से राष्ट्रीय जनता दल ने अपना दावा प्रस्तुत किया था. राष्ट्रीय जनता दल ने सीट शेयरिंग की घोषणा से पहले ही प्रत्याशी की घोषणा कर दी थी. ममता भुइयां मूल रूप से पलामू के सदर थाना क्षेत्र के सिंगरा की रहने वाली है. ममता के बड़े भाई भी पलामू के पाटन छतरपुर विधानसभा सीट से चुनाव लड़ चुके हैं.
पूर्व डीजीपी के खिलाफ राष्ट्रीय जनता दल तलाश रहा था चेहरा
पलामू के वर्तमान सांसद चर्चित आईपीएस विष्णुदयाल राम के खिलाफ चुनाव लड़वाने के लिए राष्ट्रीय जनता दल एक चेहरे की तलाश कर रहा था. अंत में राष्ट्रीय जनता दल ने ममता भुइयां को अपना प्रत्याशी बनाया है. विष्णु दयाल राम मूल रूप से बिहार के बक्सर के रहने वाले हैं और बिहार के चर्चित भागलपुर कांड के दौरान वहां के एसपी रहे हैं. ममता भुइयां ने उच्च शिक्षा ग्रहण किया है. ममता भुइयां पहले भारतीय जनता पार्टी से चुनाव लड़ना चाहती थी लेकिन टिकट नहीं मिलने के बाद उन्होंने राष्ट्रीय जनता दल का दामन थाम लिया.
लालू प्रसाद यादव ने बदला है प्रत्याशी, देख रहे हैं कई समीकरण
पिछले तीन बार से पलामू लोकसभा सीट से राष्ट्रीय जनता दल की तरफ से घूरन राम चुनाव लड़ रहे थे. घूरन हाल में ही भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए हैं. 2007 के लोकसभा उपचुनाव में घूरन राम पलामू के सांसद चुने गए थे. दरअसल, लालू प्रसाद यादव ने पलामू में कई समीकरण को देखने के बाद ममता भुइयां को टिकट दिया है. पलामू लोकसभा सीट अनुसूचित जाति के लिए रिजर्व है. इस इलाके में एमवाई समीकरण के साथा-साथ एक खास जाति वर्ग का वोट पांच लाख के करीब है. यादवों की जनसंख्या तकरीबन 13 कही जाती है, वहीं मुस्लिम वर्गे के 21 प्रतिशत से अधिक वोटर हैं.
ममता भुइयां को राजद बनाना चाहता है झारखंड का अन्नपूर्णा