जमशेदपुरःविधानसभा चुनाव के मद्देनजर कोल्हान कमिश्नर, कोल्हान डीआईजी ने अंतर्राज्यीय और अंतरजिला प्रशासनिक और पुलिस पदाधिकारियों के साथ उच्च स्तरीय बैठक की है. कोल्हान कमिश्नर ने बताया कि बैठक में सीमावर्ती राज्यों के अधिकारियों, थाना और अनुमंडल स्तर पर व्हाट्सएप ग्रुप बनाने का सुझाव दिया गया है, ताकि सभी गतिविधियों की डीसी, एसएसपी और एसपी स्तर पर मॉनिटरिंग की जा सके. बैठक में कोल्हान प्रमंडल से सटे सीमावर्ती राज्य पश्चिम बंगाल के तीन जिला, ओडिशा के तीन जिला और झारखंड राज्य के छह जिलों के डीसी, एसएसपी, एसपी और उनके प्रतिनिधि शामिल हुए.
मिरर और कंपोजिट चेकपोस्ट बनाने पर सहमति
बैठक में अंतर्राज्यीय और अंतरजिला सीमा पर पुख्ता सुरक्षा व्यवस्था के लिए मिरर और कंपोजिट चेकपोस्ट बनाने, नगद, शराब, ड्रग्स या अन्य चीजों के अवैध परिवहन की निगरानी पर चर्चा की गई. कोल्हान कमिश्नर हरि कुमार केशरी और कोल्हान डीआईजी मनोज रतन चोथे द्वारा विधानसभा चुनाव के दौरान कानून और शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए ओडिशा, पश्चिम बंगाल और झारखंड के प्रशासनिक व पुलिस अधिकारियों के साथ उच्च स्तरीय संयुक्त बैठक में कई बिंदुओं पर चर्चा की.
विधि-व्यवस्था के लिए समन्वय पर जोर
बैठक में झारखंड विधानसभा चुनाव के दौरान विधि व्यवस्था के बेहतर संधारण को लेकर आपसी समन्वय पर जोर दिया गया. वहीं विधानसभा चुनाव के दौरान अंतर्राज्यीय और अंतरजिला सीमा पर सुरक्षा और निगरानी के लिए रणनीति पर चर्चा की गई.बैठक में अंतरराज्यीय और अंतरजिला सीमा पर कानून व्यवस्था बनाए रखने, अंतरराज्यीय सीमा से असामाजिक तत्वों और चुनाव को प्रभावित करने के लिए शराब, नगदी, ड्रग्स, उपहार की वस्तु आदि अवैध परिवहन पर रोकथाम लगाने के लिए सख्ती से कार्रवाई करने के लिए कहा गया.
पड़ोसी राज्यों से सूचना के आदान प्रदान पर जोर
ओडिशा, पश्चिम बंगाल और झारखंड राज्य के सीमावर्ती थानों में व्हाट्सएप ग्रुप और वायरलेस के माध्यम से सतत संचार कर सूचना का आदान-प्रदान करने पर चर्चा की गई. साथ ही सोशल मीडिया के माध्यम से भी अफवाह फैलाने वालों पर निगरानी रखने और ऐसे लोगों पर त्वरित कार्रवाई का निर्देश दिया गया है.
वाहनों की आवश्यकता पर भी बैठक में चर्चा
वाहनों की आवश्यकता के मद्देनजर पड़ोसी राज्यों और जिला के परिवहन विभाग के पदाधिकारियों के साथ समन्वय पर बल दिया गया. मौके पर सीमावर्ती राज्यों के नियंत्रण कक्ष के माध्यम से सतत संपर्क बनाने और आवश्यक सूचना का आदान-प्रदान के लिए हर जिले में व्यवस्था बनाने की बात रखी गई. साथ ही नक्सल विरोधी अभियान, कानून व्यवस्था और आपराधिक गतिविधियों के ऊपर प्रभावी नियंत्रण और अन्य महत्वपूर्ण विषयों पर व्यापक चर्चा की गई.