झारखंड

jharkhand

ETV Bharat / state

सीएम हेमंत सोरेन मंत्रिमंडल विस्तार क्यों नहीं कर पा रहे हैं, कहीं ये तो नहीं वो वजह! - HEMANT CABINET

मुख्यमंत्री बनने के बाद हेमंत सोरेन ने कहा था कि मंत्रिमंडल विस्तार जल्द होगा. लेकिन इस वजह से अब तक काम नहीं हुआ.

Know why CM Hemant Soren not able to expand Jharkhand cabinet
ग्राफिक्स इमेज (Etv Bharat)

By ETV Bharat Jharkhand Team

Published : Nov 29, 2024, 4:22 PM IST

Updated : Nov 29, 2024, 6:23 PM IST

रांची: झारखंड के 14वें मुख्यमंत्री के रूप में हेमंत सोरेन ने 28 नवंबर को मोरहाबादी मैदान में शपथ ली. इसके बाद शाम को मंत्रालय में उन्होंने मीडिया से कहा कि मंत्रिमंडल विस्तार भी जल्द कर लिया जाएगा.

लेकिन उनका मंत्रिमंडल कैसा होगा, टीम हेमंत में इस बार कौन-कौन मंत्री बनेंगे और किस दल के कोटे से कितने मंत्री बनेंगे यह अभी तक साफ नहीं हुआ है. ऐसे में अब राज्य की राजनीति में यह कयास तेज है कि किस दल से कितने मंत्री बनेंगे और कांग्रेस-झामुमो और राजद के कोटे से कितने मंत्री बनेंगे. क्या 04-01 या 05-01 के फार्मूले का पेंच फंसने की वजह से मंत्रिमंडल का स्वरुप फाइनल नहीं हो पा रहा है.

मंत्रिमंडल विस्तार में देरी पर बोले नेता (ETV Bharat)

कांग्रेस की चाहत 2019 वाले फॉर्मूले पर ही मंत्रिमंडल का हो गठन

झारखंड विधानसभा चुनाव में इंडिया ब्लॉक के तहत चार दलों (झामुमो+कांग्रेस+राजद+सीपीआई माले) ने एक साथ चुनाव लड़ा और बहुमत से अधिक सीटें जीत ली. इस बार इंडिया ब्लॉक को 81 सदस्यों वाली झारखंड विधानसभा में 56 सीटें मिली है. जबकि 2019 में महागठबंधन (JMM+Congress+RJD) को कुल 47 सीटें मिली थीं. उस समय चार विधायकों पर एक मंत्री पद का फॉर्मूला के तहत हुआ था. जिसमें मुख्यमंत्री को मिलाकर 07 बर्थ झामुमो का, 04 मंत्री पद कांग्रेस के पास और चुनाव पूर्व के सहयोगी को पर्याप्त नंबर नहीं होते हुए भी हेमंत सोरेन ने मंत्रिमंडल में राजद को जगह दी.

इस बार चुनाव जीतने वाले विधायकों की संख्या बढ़कर 56 हो गयी है. ऐसे में झामुमो की चाहत 04 की जगह 05 विधायक पर एक मंत्री पद की है. जाहिर है कि इस फॉर्मूले से इस बार झामुमो के पास 07 की जगह मुख्यमंत्री को मिलाकर 08 मंत्री पद आएंगे जबकि 16 विधायक वाली पार्टी कांग्रेस के पास 03 और राजद के पास 01 मंत्री पद आएगा. पार्टी सूत्र बताते हैं कि यहीं पर मंत्रिमंडल विस्तार का पेंच थोड़ा फंसा हुआ है.

जानें, किस फॉर्मूले पर चल रही चर्चा (ETV Bharat)

ये है झामुमो का अंकगणित

नए मंत्रिपरिषद में कितने विधायक पर कितना मंत्री हो, इस पर झारखंड मुक्ति मोर्चा के केंद्रीय प्रवक्ता और केंद्रीय समिति सदस्य मनोज पांडेय पूरा गणित समझा देते हैं. वह कहते हैं कि कितने विधायक पर एक मंत्री पद हो इसका फैसला तो मुख्यमंत्री और सभी सहयोगी दलों के शीर्ष नेताओं को करना है. लेकिन झामुमो इस बार 05 विधायक पर 01 मंत्री पद चाहता है क्योंकि पिछली दफा महागठबंधन के विधायकों की कुल संख्या 48 थी जो इस बार बढ़कर 56 हो गया है.

झामुमो नेता ने कहा कि मुख्यमंत्री के चेहरे को आगे करके ही इंडिया ब्लॉक को बड़ी चुनावी सफलता मिली है. ऐसे में मुख्यमंत्री को छोड़ 11 मंत्री बनने हैं और कुल विधायक 56 हैं ऐसे में सीधे तौर पर 11×5= 55 का फॉर्मूला सटीक बैठता है.

पिछली बार की तरह ही 04 विधायक पर 01 मंत्री हो- प्रदेश कांग्रेस

वहीं कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता और झारखंड कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जगदीश साहू कहते हैं कि पिछली बार की तरह 04 विधायक पर 01 मंत्री पद का फॉर्मूला लागू होना चहिए. उन्होंने कहा कि इसी चलते अभी तक AICC से मंत्री बनने वाले का लिस्ट नहीं आया है. उन्होंने कहा कि आलाकमान जल्द इस पर निर्णय ले लेगा.

कांग्रेस आलाकमान की तमाम बातों पर नजर- राकेश सिन्हा

वहीं कांग्रेस के प्रदेश मीडिया प्रभारी ने कहा कि मंत्रिमंडल के गठन में कौन फॉर्मूला लागू होगा इसका फैसला उनका शीर्ष नेतृत्व तय करेगा. राकेश सिन्हा ने कहा कि शीर्ष नेतृत्व की नजर में तमाम बातें हैं. प्रदेश प्रभारी और प्रदेश अध्यक्ष भी इस पर बेहद संजीदा हैं, ऐसे में वक्त का इंतजार कीजिये, वक्त आने पर सबकुछ साफ हो जाएगा.

इसे भी पढ़ें- हेमंत सोरेन की नई कैबिनेट में शामिल हो सकते हैं ये विधायक, अनुभव के साथ होगा युवा जोश!

इसे भी पढ़ें- क्या इस बार पलामू को मिलेगी मंत्रिमंडल में जगह? 2014 के बाद से नहीं बना है यहां का कोई विधायक मंत्री

इसे भी पढ़ें- हेमंत कैबिनेट का फॉमूला तय करने के लिए होगी बैठक, शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होंगे कई बड़े नेताः केशव महतो कमलेश

Last Updated : Nov 29, 2024, 6:23 PM IST

ABOUT THE AUTHOR

...view details