लखनऊ :बीते दस वर्षो से जेल में बंद कुख्यात गैंगस्टर सुन्दर भाटी को हाईकोर्ट से जमानत मिल गयी है. भाटी सपा नेता हरेंद्र नागर और उनके सरकारी गनर भूदेव शर्मा की हत्या के मामले में आजीवन कारावास की सजा काट रहा था. सुन्दर भाटी के जेल से बाहर आते ही यूपी पुलिस की नींद उड़ गयी है. भाटी एंड गैंग यूपी और हरियाणा पुलिस के लिए हमेशा से सिर दर्द रहा है. मिली जानकारी के मुताबिक, शुक्रवार को सुन्दर भाटी की सोनभद्र जेल से रिहाई भी हो गयी है.
कभी कुख्यात सतवीर गुर्जर का था राइट हैंडः90 के दशक के बाद से पश्चिमी यूपी और हरियाणा में खतरनाक और कुख्यात अपराधियों में एक सुन्दर भाटी दोनों राज्यों की पुलिस के लिए चुनौती था. मूल रूप से ग्रेटर नोएडा के गंगोला का रहने वाला सुंदर भाटी किसी समय में गाजियाबाद के लोनी इलाके के कुख्यात सतवीर गुर्जर का राईट हैण्ड हुआ करता था. ग्रेटर नोएडा के रिठोरी गांव के नरेश भाटी से सतवीर गुर्जर की दोस्ती थी. नरेश गांव में परिवार वालों की हत्या का बदला लेने के लिए सतवीर के संपर्क में आया था. तभी सुन्दर और नरेश की करीबी बढ़ गयी. यूपी और हरियाणा में जरायम की दुनिया में इन दोनों की दोस्ती काफी मशहूर थी. इसी दोस्ती की का कर्ज निभाने के लिए सुन्दर ने नरेश भाटी के परिवार वालों की हत्या का बदला लिया. लेकिन ये दोस्ती जल्द ही अदावत में बदल गयी.
भाटी की नरेश से दोस्ती अदावत में कैसे बदली?
जितनी मशहूर सुंदर और नरेश की दोस्ती थी, अदावत भी उतनी मजबूत हुई. यह अदावत पावर को लेकर शुरू हुई थी. सुंदर भाटी एक ट्रक यूनियन पर अपना कब्जा चाहता था. इसी यूनियन पर नरेश की भी नजर थी. नरेश राजनीति में उतरना चाहता था और उसे लगा कि यदि वह यूनियन पर कब्ज़ा कर लेता है तो उसका जिला पंचायत अध्यक्ष बनने का सपना पूरा हो सकता है. इसी चाहत के चलते बीच में आकर खड़ा हो गया था, उसी का दोस्त सुन्दर भाटी. बस इसी पावर की चाहत ने दोस्ती को दुश्मनी में बदल दिया. दोनों ने एक दूसरे के करीबी ट्रक यूनियन अध्यक्षों की हत्या कर दी. इस गैंगवार से सुन्दर बौखला गया था और दोस्त से दुश्मन बने नरेश के खून का प्यासा हो गया.
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गैंगेस्टर सुंदर भाटी. (Etv Bharat)
By ETV Bharat Uttar Pradesh Team
Published : 4 hours ago
|Updated : 2 hours ago
सुंदर ने नरेश को गोलियों से भून डाला थाः2003 में नरेश भाटी ने जिला पंचायत का चुनाव जीता और अध्यक्ष बन गया. अब वह सुन्दर भाटी से मजबूत हो रहा था, जो सुन्दर को पसंद नहीं आ रही थी. जिस पर सुन्दर ने नरेश पर हमला करवाया, इसमें वह तो बच गया लेकिन नरेश का ड्राइवर और गनर मारे गए.
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