पलामूःपुलिस थानों में जाने के बाद अगर आप गौर करेंगे तो वहां भगवान शिव का मंदिर नजर आएगा. यह मंदिर थाने के अगल-बगल और मुख्य द्वार के पास होता है. थाने के अलावा विभिन्न पुलिस पिकेट में भगवान शिव का मंदिर नजर आता है. पलामू में 27 थाने हैं, 20 से अधिक थानों और कैंपों में भगवान शिव का मंदिर मौजूद है.
26 फरवरी को महाशिवरात्रि है, इस दौरान थानों में मौजूद शिवलिंग की भव्य पूजा अर्चना होती है. महाशिवरात्रि के दिन भगवान शिव के मंदिर से बारात निकाली जाती है. इस बारात की खास बात यह होती है कि यह पुलिस लाइन से निकाली जाती है. इस बारात में पुलिस के जवानों के साथ-साथ आम लोग भी शामिल होते हैं. पलामू पुलिस लाइन से प्रत्येक वर्ष महाशिवरात्रि के मौके पर बारात निकाली जाती है.
भगवान शिव के बारात के पीछे क्या है मान्यता, दशकों से चली आ रही है परंपरा
भगवान शिव मंदिर का थाने में मौजूद होना और पुलिस लाइन से बारात निकालने के पीछे कई मान्यताए हैं. पलामू पुलिस लाइन के मंदिर में पुजारी श्याम किशोर पाठक ने बताया कि वह 1984 से पुलिस लाइन से निकलने वाले शिव बारात में भाग ले रहे हैं. इससे पहले से पुलिस लाइन से बारात निकल रही है. वह बताते हैं कि थाने में भगवान शिव का मंदिर या पुलिस लाइन में शिव बारात एवं विवाह के पीछे कई मान्यताएं हैं.
पुराने वक्त में पुलिस के जवान विभिन्न युद्धों में भाग लेते थे, उस दौरान हर-हर महादेव का नारा लगता था. भगवान शिव की बारात में सभी तरह के लोग शामिल होते हैं. पुलिस लाइन में भी कई तरह के जवान रहते हैं. भगवान शिव का मंदिर दुर्गम स्थानों पर भी मिलता है और इन सब इलाकों में पुलिस मौजूद रहती है.