नई दिल्ली: दिल्ली सरकार ने सर्दियों में प्रदूषण स्तर नियंत्रित करने के लिए आज से 'युद्ध प्रदूषण के विरुद्ध' अभियान शुरू कर दिया है. इस बार 'मिलकर चलें, प्रदूषण से लड़ें' थीम पर प्रदूषण के खिलाफ लड़ाई लड़ी जाएगी. पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा कि 2016 की तुलना में अभी 34.6 फीसदी प्रदूषण स्तर में कमी आई है. इसमें जानता की सहभागिता का अहम रोल है.
पर्यावरण मंत्री ने कहा कि दिल्ली में दिल्ली के अंदर की तुलना में दो गुना ज़्यादा प्रदूषण बाहर से आते हैं. एनसीआर के राज्यों में बढ़ने वाले प्रदूषण स्तर का प्रभाव दिल्ली पर पड़ता है. केंद्र सरकार की भी जरूरत हमें होती है. सभी एजेंसियों और सभी सरकारों के साथ मिलकर ही प्रदूषण से लड़ा जा सकता है. इस बार प्रदूषण के रोकथाम के लिए 21 बिंदुओं पर आधारित विंटर एक्शन प्लान तैयार किया गया है.
पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा कि दिल्ली सरकार की तरफ से लोगों के सहयोग से 10 बिंदुओं पर काम किया गया, जिसकी बदौलत 2016 की तुलना में 34.6 फीसदी प्रदूषण के स्तर में गिरावट आई है. इस बार 21 बिंदुओं पर विंटर एक्शन प्लान तैयार किया गया है, जिस पर दिल्ली के सभी विभाग मिलकर काम करेंगे. गोपाल राय ने भाजपा और कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्होंने दोनों पार्टियों के नेताओं से पत्र लिखकर प्रदूषण की रोकथाम के लिए सुझाव मांगे थे, लेकिन उन्होंने कोई सुझाव नहीं दिया.
इन 21 बिंदुओं पर होगा काम:
- दिल्ली में प्रदूषण के 13 हॉट स्पॉट हैं. पहली बर इन हॉटस्पॉट की ड्रोन से निगरानी की जाएगी.
- प्रदूषण की रोकथाम के लिए स्पेशल टास्क फोर्स का गठन किया गया है. छह सदस्यीय स्पेशल टास्क फोर्स में पर्यावरण, परिवहन, राजस्व, ट्रैफिक, पीडब्ल्यूडी, एमसीडी के अधिकारी रहेंगे.
- धूल से होने वाले प्रदूषण के लिए 7 अक्टूबर से दिल्ली में एंटी डस्ट कंप्लेंट की शुरुआत की जाएगी. इसके लिए सभी सरकारी व गैर सरकारी एजेंसियों को आवश्यक तैयारी पूरा करने का निर्देश दिया गया है. विभिन्न निर्माण स्थल के कर्मचारियों को भी ट्रेनिंग दी जाएगी. सड़कों की मशीन से सफाई होगी और 500 से अधिक स्प्रिंकलर मशीनों से पानी का छिड़का होगा. 200 मोबाइल एंटी स्मोक गन सड़कों पर उतारी जा रही हैं. नवंबर और दिसंबर में सुबह दोपहर और शाम को सड़कों पर पानी का छिड़काव होगा.
- प्रदूषण की रोकथाम के लिए जो भी सरकारी या गैर सरकारी कर्मचारी बेहतर कार्य करेंगे, उन्हें दिल्ली सरकर की तरफ से हरित रत्न पुरास्कर दिया जाएगा.
- पौधों के प्रति जागरुकता बढ़ने के लिए हरित कलश यात्रा निकाली जाएगी. महिलाएं कलश में पौधा लेकर यह यात्रा निकालेंगी. दिल्ली की सड़कों पर इलेक्ट्रिक वहनों की परेड निकाली जायेगी. दिल्ली के अंदर एंटी पॉल्यूशन मार्च निकला जाएगा. इसमें धर्मिक, व्यापरिक, आरडब्ल्यूए समेत अन्य संगठन शामिल होंगे. लोगों को संकल्प दिलाएंगे कि वह अपने हिस्से का प्रदूषण नियंत्रित करेंगे. रेड लाइट ऑन गाड़ी ऑफ अभियान चलाया जाएगा.
- वाहनों के प्रदूषण रोकने के लिए 10 साल पुराने डीजल व 15 साल पुराने पेट्रोल वाहनों के संचालन पर रोक लगाई जाएगी. इसके लिए ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट की 360 टीमें बनाई गई हैं.
- भीड़भाड़ इलाके में 134 सड़कों को चिह्नित किया गया है, जहां जाम लगता है. यहां पर ट्रैफिक पुलिस लगाई जाएगी.
- पराली से होने वाले प्रदूषण की रोकथाम के लिए बायो डी कंपोजर का छिड़काव किया जाएगा. इसके लिए अभी से काम शुरू कर दिया गया है. 5000 एकड़ जमीन पर ये छिड़काव किया जाएगा.
- सभी अभियानों को नियंत्रित करने के लिए ग्रीन वार्ड रूम और ग्रीन दिल्ली अप की शुरुआत की जाएगी. पिछले 4 सालों में लगभग 80,000 शिकायतें आई हैं. 88 प्रतिशत शिकायतों का निस्तारण किया गया है.
- औद्योगिक प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए 58 टीमों का गठन किया गया है. जो औद्योगिक क्षेत्र में मॉनिटरिंग करेंगी.
- हरित क्षेत्र बढ़ने के लिए पौधे लगाने का काम तेज किया जाएगा. इस साल 64 लाख पौधे लगाने का लक्ष्या रखा गया है.
- रीयल टाइम सोर्स अपोर्समेंट स्टडी का संचालन दिल्ली पॉल्यूशन कंट्रोल कमिटी की निगरानी में किया जाएगा, जिससे प्रदूषण का रियल टाइम डाटा मिल सके.
- ई वेस्ट इकोपर्क के निर्माण की गति को सरकार की तरफ से तेज किया जाएगा, जिससे इलेक्ट्रॉनिक बेस्ट से होने वाले प्रदूषण को कम किया जा सकेगा.
- दिल्ली में पटाखों पर नोटिफिकेशन जारी होने के बाद से 1 जनवरी तक प्रतिबंध लगा दिया जाएगा. पटाखों पर प्रतिबंध के लिए उपराज्यपाल को दिल्ली सरकार की तरफ से पत्र लिखा गया है. दीपावली के समय पराली का भी प्रदूषण होगा. आतिशबाजी ना होने से प्रदूषण कम होगा.
- दिल्ली के अंदर ग्रैप को सख्ती से पालन कराया जाएगा. गोपाल राय ने कहा कि दिल्ली के अंदर ग्रैप का पालन तो कराया जाता है लेकिन दिल्ली से सटे राज्यों में इसका पालन नहीं होता है.
- दिल्ली में सर्दियों के मौसम में कूड़ा ना जलाया जाए इसके लिए 588 टीमें बनाई गई है, जो निगरानी करेंगी.
- वर्क फ्रॉम होम को बढ़ावा देने के लिए सरकारी और प्राइवेट कार्यालय को प्रोत्साहित किया जाएगा.
- स्वैच्छिक वाहन प्रतिबंध के लिए लोगों से अपील की जाएगी. जिससे लोग अपनी गाड़ी लेकर आने-जाने की बजाय पब्लिक ट्रांसपोर्ट का प्रयोग करें. इसके लिए सरकार की तरफ से एडवाइजरी जारी की जाएगी.
- ऑड ईवन लागू करने के लिए सरकार अपनी पूरी तैयारी रखेगी. एयर क्वालिटी इंडेक्स 450 से अधिक होने पर इसे लागू किया जा सकता है.
- गंभीर प्रदूषण की स्थिति होने पर कृत्रिम वर्षा कराई जाएगी. इसके लिए केंद्रीय पर्यावरण मंत्री को चिट्ठी लिखी हुई है. अभी जवाब नहीं आया है.
- दिल्ली और आसपास के राज्यों से कोऑर्डिनेशन के जरिए प्रदूषण की रोकथाम के लिए काम किया जाएगा. इस संबंध में केंद्रीय पर्यावरण मंत्री से जल्द मंत्री लेवल पर बैठक करने की भी मांग की गई है.
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